मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड अंतर्गत राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम जो 18 से 22 तारीख तक चलने वाला कार्यक्रम में सेविका भाग नही ले रही हैं, जिससे कार्य बाधित है।
चौसा प्रखंड की दर्जनों सेविका ने बताया कि पोलियो का काम मुझ पर जान बूझ कर थोप जाता है, जबकि मुख्य सचिव का एक लेटर पत्रांक icds/300010/3-2011. 768 दिनांक 27-02-2012 को निर्गत किया गया है, जिसमें सर्वोच्च न्यालय के WP No 196/2001 के आलोक में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में स्कूल पूर्व शिक्षा, पूरक पोषाहार, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण तथा स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा सेवा प्रदान की जाती है । इसके अलावा गर्भवती धात्री तथा किशोरी बालिकाओं के लिए सरकारी स्तर पर अन्य योजनाएं चलाई जाती है जिस में आंगनबाड़ी सेविका की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा इस कार्यक्रम में कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं होना चाहिए. अतः आईसीडीएस कार्यक्रमों के सफ संचालन हेतु निम्नलिखित निर्देश दिया जाता है कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका को आईसीडीएस के उनके आवंटित कार्यों के अतिरिक्त किसी भी अन्य कार्य में नहीं लगाया जाए । सेविका और सहायिका को राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रम यथा तथा पल्स पोलियो के कार्य में लगाया जा सकेगा परंतु उनके द्वारा यह कार्य आंगनबाड़ी केंद्र संचालन की अवधि के अतिरिक्त अवधि में ही किया जाएगा. अर्थात आंगनबाड़ी केंद्र संचालन की अवधि में यह अपने केंद्र पर उपस्थित रहेगी. उक्त पत्र के संदर्भ में सेविकाओं ने पल्स पोलियो अनुमोदन कार्यक्रम में भाग नहीं लिया जिससे बीते 2 दिनों से पल्स पोलियो राष्ट्रीय कार्यक्रम बाधित है।
वहीँ चौसा अंचलाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आशुतोष कुमार ने बताया कि सेविका भ्रमित हो रही है। पल्स पोलियो राष्ट्रीय कार्यक्रम है और पोलियो ड्राप टीकाकरण में आता है जो सेविका के कार्य क्षेत्र में है। इसमें सेविका को भाग लेना चाहिए। महिला पर्यवेक्षिका सेविका को समझा रही है जल्द ही मामले का निष्पादन कर लिया जाएगा और कार्य आरंभ हो जाएगा।
चौसा प्रखंड की दर्जनों सेविका ने बताया कि पोलियो का काम मुझ पर जान बूझ कर थोप जाता है, जबकि मुख्य सचिव का एक लेटर पत्रांक icds/300010/3-2011. 768 दिनांक 27-02-2012 को निर्गत किया गया है, जिसमें सर्वोच्च न्यालय के WP No 196/2001 के आलोक में स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में स्कूल पूर्व शिक्षा, पूरक पोषाहार, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण तथा स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा सेवा प्रदान की जाती है । इसके अलावा गर्भवती धात्री तथा किशोरी बालिकाओं के लिए सरकारी स्तर पर अन्य योजनाएं चलाई जाती है जिस में आंगनबाड़ी सेविका की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा इस कार्यक्रम में कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं होना चाहिए. अतः आईसीडीएस कार्यक्रमों के सफ संचालन हेतु निम्नलिखित निर्देश दिया जाता है कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका को आईसीडीएस के उनके आवंटित कार्यों के अतिरिक्त किसी भी अन्य कार्य में नहीं लगाया जाए । सेविका और सहायिका को राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रम यथा तथा पल्स पोलियो के कार्य में लगाया जा सकेगा परंतु उनके द्वारा यह कार्य आंगनबाड़ी केंद्र संचालन की अवधि के अतिरिक्त अवधि में ही किया जाएगा. अर्थात आंगनबाड़ी केंद्र संचालन की अवधि में यह अपने केंद्र पर उपस्थित रहेगी. उक्त पत्र के संदर्भ में सेविकाओं ने पल्स पोलियो अनुमोदन कार्यक्रम में भाग नहीं लिया जिससे बीते 2 दिनों से पल्स पोलियो राष्ट्रीय कार्यक्रम बाधित है।
वहीँ चौसा अंचलाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आशुतोष कुमार ने बताया कि सेविका भ्रमित हो रही है। पल्स पोलियो राष्ट्रीय कार्यक्रम है और पोलियो ड्राप टीकाकरण में आता है जो सेविका के कार्य क्षेत्र में है। इसमें सेविका को भाग लेना चाहिए। महिला पर्यवेक्षिका सेविका को समझा रही है जल्द ही मामले का निष्पादन कर लिया जाएगा और कार्य आरंभ हो जाएगा।
भ्रम की स्थिति: चौसा में राष्ट्रीय पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम में सेविका नहीं ले रही भाग
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 19, 2018
Rating:
No comments: