मधेपुरा में रास्ता विवाद को लेकर साला के द्वारा बहनोई की अर्थी ले जाने से रोके जाने का मामला जिला और पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप के 20 घंटे बाद सुलझ गया जिसके बाद शव का अन्तिम संस्कार किया गया ।
जबकि रास्ते को लेकर आहत परिवार के पुरूष और महिला ने शहर कर्पूरी चौक को जाम कर यातायात अवरूद्ध कर दिया, लेकिन तत्काल थानाध्यक्ष, कमांडो दस्ता ने जाम स्थल पर पहुंच कर समझा बुझाकर जाम समाप्त करा दिया । इस दौरान थानाध्यक्ष को महिलाओ का आक्रोश झेला पड़ा ।
मालूम हो कि शहर के भीरखी मुहल्ला वार्ड नंबर 23 की शुबह शत्रुघ्न पासवान की मौत हो गयी । शव की अर्थी निकलने रास्ता कोई नही होने के कारण मृतक के साला ने रास्ता देने इंकार कर दिया । जबकि मृतक के परिजन सामने से रास्ता लेने की बात पर अड़े रहे. मामला पुलिस प्रशासन तक पहुंचा और थानाध्यक्ष और स्थानीय लोगों ने दोनो पक्ष को काफी समझाया लेकिन बात नही बनी.
एसडीएम वृन्दा लाल और एसडीपीओ वशी अहमद ने मामले की गंभीरता देखते घटना स्थल पर पहुंचकर दोनो पक्ष के बीच सुलह करने का प्रयास किया लेकिन दोनो पक्ष अपने बात पर अड़िग रहे । प्रशासन ने एक वैकल्पिक रास्ता से शव को निकलने की बात कही लेकिन मृतक के परिजन मानने के लिए तैयार नहीं हुए.
इसी बीच मृतक के परिजन सहित उनके समर्थक ने शहर के कर्पूरी चौक को जाम कर दिया ,सूचना मिलते एसडीएम,एसडीपीओ, थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो कमांडो दस्ता और पुलिस बल जाम स्थल पहुँचकर जाम समाप्त करा दिया । लेकिन मृतक परिजन रास्ते की बात पर अड़िग थे ।
अंत में एसडीएम और एसडीपीओ सहित समाज के लोगों ने मिलकर एक पक्ष को समझा बुझाकर मामले को समाप्त करते साला ने रास्ते को खोल दिया फिर शव को अन्तिम संस्कार के लिए ले जाया गया ।

जबकि रास्ते को लेकर आहत परिवार के पुरूष और महिला ने शहर कर्पूरी चौक को जाम कर यातायात अवरूद्ध कर दिया, लेकिन तत्काल थानाध्यक्ष, कमांडो दस्ता ने जाम स्थल पर पहुंच कर समझा बुझाकर जाम समाप्त करा दिया । इस दौरान थानाध्यक्ष को महिलाओ का आक्रोश झेला पड़ा ।
मालूम हो कि शहर के भीरखी मुहल्ला वार्ड नंबर 23 की शुबह शत्रुघ्न पासवान की मौत हो गयी । शव की अर्थी निकलने रास्ता कोई नही होने के कारण मृतक के साला ने रास्ता देने इंकार कर दिया । जबकि मृतक के परिजन सामने से रास्ता लेने की बात पर अड़े रहे. मामला पुलिस प्रशासन तक पहुंचा और थानाध्यक्ष और स्थानीय लोगों ने दोनो पक्ष को काफी समझाया लेकिन बात नही बनी.
एसडीएम वृन्दा लाल और एसडीपीओ वशी अहमद ने मामले की गंभीरता देखते घटना स्थल पर पहुंचकर दोनो पक्ष के बीच सुलह करने का प्रयास किया लेकिन दोनो पक्ष अपने बात पर अड़िग रहे । प्रशासन ने एक वैकल्पिक रास्ता से शव को निकलने की बात कही लेकिन मृतक के परिजन मानने के लिए तैयार नहीं हुए.
इसी बीच मृतक के परिजन सहित उनके समर्थक ने शहर के कर्पूरी चौक को जाम कर दिया ,सूचना मिलते एसडीएम,एसडीपीओ, थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो कमांडो दस्ता और पुलिस बल जाम स्थल पहुँचकर जाम समाप्त करा दिया । लेकिन मृतक परिजन रास्ते की बात पर अड़िग थे ।
अंत में एसडीएम और एसडीपीओ सहित समाज के लोगों ने मिलकर एक पक्ष को समझा बुझाकर मामले को समाप्त करते साला ने रास्ते को खोल दिया फिर शव को अन्तिम संस्कार के लिए ले जाया गया ।

प्रशासन के प्रयास से 20 घंटे बाद शव का हुआ संस्कार, साला-बहनोई के बीच रास्ते का विवाद
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 22, 2018
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