

वहीं एसडीएम वृंदा लाल ने खुद स्वीकार करते कहा कि वास्तव में 40 से 50 परिवार के लोग खासे परेशान हैं. रैयती जमीन पर रास्ता को लेकर है विवाद. उन्होंने कहा कि स्थानीय सीओ और थानाध्यक्ष बीडी पंडित के साथ मैं खुद स्थल पर जाकर मामले की जांच किया हूँ, जल्द ही इन समस्याओं का निदान कर लिया जाएगा.
दरअसल ये मामला सिंघेश्वर थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या-03 के दुर्गा चौक स्थित रैयती जमीन पर भूमि विवाद से जुड़ा है. मिली जानकारी के अनुसार जिले के सिंहेश्वर थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या-03, दुर्गा चौक स्थित शिक्षा विभागीय अधिकारी की दबंगई का मामला प्रकाश में आया है. हालाँकि आरोप के मद्देनजर बीईओ पवन कुमार यादव ने दबंगई के मामले को अपने सिरे से ख़ारिज कर दिया है. दरअसल सदर प्रखंड में पदस्थापित बीइओ पवन यादव ने अपने मकान के बगल में वर्षों से आने-जाने वाले आम रास्ता को अवरुद्ध कर मोहल्ले में रह रहे सैकड़ों लोगों के सामने एक बड़ी समस्या उत्पन्न कर दिया है.
बताया जाता है कि रैयती जमीन को लेकर विवाद चल रहा है जिसको लेकर एक बार नहीं कई बार स्थानीय लोगों ने सीओ से लेकर एसडीएम और जिले के डीएम नवदीप शुक्ला को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा चुके हैं लेकिन इस दिशा में अधिकारी नहीं दे पा रहे हैं कोई ध्यान क्योंकि मामला शिक्षा विभाग के अधिकारी से जुड़ा है. स्थानीय लोगों की माने तो सदर प्रखंड में पदस्थापित बीइओ पवन यादव काफी दबंग हैं जिससे सैकड़ों पीड़ित लोगों की समस्याओं पर जिले के अधिकारी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं.
वहीं पीड़ित महिला की माने तो इस मामले को लेकर कई बार डीएम से खुद मिलकर समस्याओं का निदान हेतु गुहार लगाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन डीएम मिलने को तैयार नहीं हैं. न्याय की आस में लगातार दर्जनों महिला समाहरणालय पहुंचकर अपनी समस्याओं को लेकर न्याय हेतु चक्कर काट रही है लेकिन कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिससे खासे परेशान है सिंहेश्वर के सैकड़ों स्थानीय पीड़ित.
वहीं इस मामले को लेकर जब आरोपी बीइओ पवन कुमार यादव से मधेपुरा टाइम्स ने बात की तो पवन यादव ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि दबंगई का कोई मामला नहीं है. सरकारी अधिकारी कभी किसी के साथ दबंगई से पेश नहीं आ सकता है. श्री यादव ने कहा कि दरअसल रैयती जमीन पर आम रास्ता का मामला है. जमीन के बीचों-बीच कभी रास्ता नहीं हो सकता है. इस मामले को लेकर एसडीएम वृंदा लाल खुद कार्रवाई का भरोसा दिए हैं और हम हमेशा से तैयार हैं, नियमानुसार जो भी होगा उसमे कभी पीछे नहीं हटेंगे.
वैसे तो जिले में भूमि विवाद के मामले को लेकर ज्यादातर जगहों पर आम लोग खासे परेशान व त्रस्त हैं जिसका नतीजा है कि जिले में ज्यादातर हत्याएं भूमि विवाद के कारण हो रही है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आखिर कब तक मामले का होता है निदान और कब तक परेशान सैकड़ों लोगों को समस्याओं से मिल पाएगी निजात, बहरहाल कुछ दिन और करना होगा इंतजार.

शिक्षा विभाग के बीइओ की दबंगई का मामला: आम लोगों के रास्ते पर लगा ग्रहण
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 09, 2018
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