'परीक्षा को निरस्त करते हुए इसमें हुई धांधली की उच्चस्तरीय जांच नहीं हुई तो छात्र इससे भी बड़ा आंदोलन करने को होंगे बाध्य': राहुल यादव
मधेपुरा युथ एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल यादव ने कार्यपालक सहायक परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे विभिन्न छात्र संगठनों के नेताओं एवं छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की भर्त्सना की है ।
उन्होंने कहा कि मधेपुरा प्रशासन ने एक बार फिर मंडल और श्रृंगी ऋषि की भूमि को शर्मसार करने काम किया है। इस पुलिसिया कार्रवाई में 50 से अधिक छात्र बुरी तरह जख्मी हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। प्रशासन को निहत्थे छात्रों पर हिंसात्मक कार्रवाई करने का अधिकार किसने दे दिया है? बल प्रयोग करके प्रशासन अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप से बच नहीं सकता। उन्होंने कहा कि जब हमने धांधली के सारे सबूत उजागर कर दिए हैं तो फिर प्रशासन इस मामले की लीपापोती क्यों करना चाहता है? प्रशासन किन लोगों को बचाने का प्रयास कर रहा है? प्रशासन अगर यह सोचता है कि लाठियों के बल पर आंदोलन को दबा दिया जायेगा तो वह इस गफलत में नहीं रहे। मधेपुरा के छात्र आंदोलन के लिए जाने जाते हैं और वे किसी भी कीमत पर झुकने वाले नहीं हैं। देश कानून और संविधान से चलता है न कि लाठी की चोट से।
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस परीक्षा को निरस्त करते हुए इसमें हुई धांधली की उच्चस्तरीय जांच नहीं हुई तो छात्र इससे भी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे और किसी प्रकार की अनहोनी के लिए जिला प्रशासन जिम्मेवार होगा। इस प्रकरण पर अब तक जिला पदाधिकारी का कोई भी बयान नहीं आना उनकी हठधर्मिता और तानाशाही को दर्शाने के लिए काफी है।
उन्होंने कहा कि मधेपुरा प्रशासन ने एक बार फिर मंडल और श्रृंगी ऋषि की भूमि को शर्मसार करने काम किया है। इस पुलिसिया कार्रवाई में 50 से अधिक छात्र बुरी तरह जख्मी हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। प्रशासन को निहत्थे छात्रों पर हिंसात्मक कार्रवाई करने का अधिकार किसने दे दिया है? बल प्रयोग करके प्रशासन अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप से बच नहीं सकता। उन्होंने कहा कि जब हमने धांधली के सारे सबूत उजागर कर दिए हैं तो फिर प्रशासन इस मामले की लीपापोती क्यों करना चाहता है? प्रशासन किन लोगों को बचाने का प्रयास कर रहा है? प्रशासन अगर यह सोचता है कि लाठियों के बल पर आंदोलन को दबा दिया जायेगा तो वह इस गफलत में नहीं रहे। मधेपुरा के छात्र आंदोलन के लिए जाने जाते हैं और वे किसी भी कीमत पर झुकने वाले नहीं हैं। देश कानून और संविधान से चलता है न कि लाठी की चोट से।
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस परीक्षा को निरस्त करते हुए इसमें हुई धांधली की उच्चस्तरीय जांच नहीं हुई तो छात्र इससे भी बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे और किसी प्रकार की अनहोनी के लिए जिला प्रशासन जिम्मेवार होगा। इस प्रकरण पर अब तक जिला पदाधिकारी का कोई भी बयान नहीं आना उनकी हठधर्मिता और तानाशाही को दर्शाने के लिए काफी है।
'परीक्षा को निरस्त करते हुए इसमें हुई धांधली की उच्चस्तरीय जांच नहीं हुई तो छात्र इससे भी बड़ा आंदोलन करने को होंगे बाध्य': राहुल यादव
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 31, 2018
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