इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे बोर्ड ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन के सचिव समेत कर्मियों को छात्रों ने किया प्राचार्य कक्ष में बंद

मधेपुरा के बी. पी. मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की समस्या व लगातार हो रहे हंगामों  की वजह जानने को लेकर मंगलवार को स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन के सचिव डॉ. भगवान सिंह मधेपुरा आए। 


छात्र प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं से बोर्ड के सचिव को अवगत कराया। बातचीत के दौरान रहकर छात्र प्रतिनिधि हंगामा करते रहे। इस बीच बात नहीं बनते देख छात्र प्रतिनिधियों ने सचिव डॉ. भगवान सिंह सहित कॉलेज कर्मियों को प्राचार्य कक्ष में दो बजे दिन से संध्या तक बंद कर रखा। 

इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की मांग थी कि कॉलेज में सभी तरह के आधारभूत संरचना हो, महाविद्यालय का स्थायी कैंपस हो, पुस्तकालय, लैब, प्रर्याप्त मात्रा में क्लास रूप सहित अन्य सभी सुविधाएं हों। विद्यार्थियों का कहना है कि यहां पर 600 विद्यार्थी नामांकित है। पढाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकताएं पूरी की जाती हैं। स्थापना के तीन वर्ष बाद भी छात्रों के लिए उचित मात्रा में क्लासरूप में की व्यवस्था नहीं की गई है। छात्रों में इस बात का आक्रोश है कि बिना प्रैक्टिकल किए इंजीनियरिंग की डिग्री आखिर किस काम की होगी। वहीं दूसरी ओर सरकार व विभाग की ओर से कॉलेज में प्रर्याप्त सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में कोई साकारात्मक प्रयास नहीं किया जा रहा है। 

कॉलेज के स्थायी भवन निर्माण को लेकर पिछले वर्ष सितंबर महीने में तत्कालीन जिलाधिकारी मु. सौहेल ने भूमि पूजन किया था। एक वर्ष बाद भी अभी तक भवन निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। छात्रों का कहना है कि जब संसाधन था ही नहीं तो इंजीनियरिंग कॉलेज शुरू क्यों किया गया। छात्रों हंगामे की खबर पर पहुंचे सदर सीओ व प्रशासन की बातों को भी छात्र मानने को तैयार नहीं हुए। स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन के सचिव डॉ. भगवान सिंह सहित अधिकांश कॉलेज कर्मी देर शाम तक प्राचार्य कक्ष में बंद रहे। छात्रों ने बिजली कनेक्शन भी काट दिया था। छात्रों की हंगामे की वजह से प्राचार्य व कॉलेज कर्मी सहमे-सहमे से नजर आए। 

इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र नीरज कुमार, सन्नी कुमार, नवीन कुमार, संजय कुमार, दयानंद, संतोष, आशीष, दीपक, प्रेमजीत सहित अन्य छात्रों ने कहा कि जब तक कॉलेज में सभी तरह की पुख्ता व्यवस्था करने का आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन के सचिव डॉ. भगवान सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि छात्रों की सभी मांग जायज है। वर्ग कक्ष के लिए तत्काल भवन का निर्माण किया जाएगा। साथ ही पुस्तकालय, लैब आदि की व्यवस्था भी जल्द उपलब्ध कराने की बात कहीं। 

उन्होंने तत्काल प्राचार्य को निर्देश दिया कि कॉलेज कैंपस में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जाए। यद्यपि वे स्पष्ट नहीं बता पाए कि आखिर कब तक छात्रों को स्थायी कैंपस व बेहतर सुविधा उपलब्ध हो जाएगा। मौके पर पहुंचे भवन निर्माण विभाग के अभियंता ने कहा कि एक वर्ष के अंदर भवन निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वहीं जब विद्यार्थी उनसे लिखित रूप से मांग की तो वे अपने बातों से मुकर गए। यानी ऐसा प्रतीत होता है कि फिलहाल छात्रों की समस्या जस की तस रहने की ही आशंका है.
इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे बोर्ड ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन के सचिव समेत कर्मियों को छात्रों ने किया प्राचार्य कक्ष में बंद इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे बोर्ड ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन के सचिव समेत कर्मियों को छात्रों ने किया प्राचार्य कक्ष में बंद Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 04, 2018 Rating: 5

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