मधेपुरा सदर थाना पुलिस ने 11 दिन बाद एक नाबालिग अपहृता को सुपौल से बरामद किया है. अपहृता ने गाँव के तीन लोगों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है ।
मालूम हो कि 12 जुलाई को सदर थाना क्षेत्र के तुलसीबाड़ी सीमा टोला की एक लड़की की मामी ने सदर थाना में आवेदन देकर कहा कि मेरी भांजी स्कूल से आने के बाद अपने मूंग के खेत को देखने गयी लेकिन वह खेत से घर नहीं लौटी. काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कोई पता नही चला. बाद में खेत में लड़की का चप्पल मिला । उसने गांव के सियाराम यादव सहित उनके परिवार के लोगों पर नाबालिग भांजी के अपहरण करने का आरोप लगाते केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कई सम्भावित ठिकाने पर छापामारी की, लेकिन लड़की का कोई सुराग हाथ नहीं लगा ।
इस बीच रविवार को सुपौल जिले के महिला थाना ने सदर थाना को सूचना दी कि तुलसीबाड़ी से अपहरण छात्रा सुबह सुपौल महिला थाना के पास सड़क के किनारे मिली है. सूचना मिलते ही मामले की जांच कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने सुपौल से अपहृता को बरामद किया।
मामले कि जांच कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि बरामद अपहृता से की गई पूछताछ मे बताया कि घटना के दिन वह घर से निकली और जैसे ही गांव के अर्जुन यादव के घर से गुजर रही थी कि अर्जुन यादव, जयकान्त यादव और सन्तोष कुमार ने पकड़कर मुँह बंद कर दिया और आँख पर पट्टी बाँध कर कुछ दूर पैदल ले जाकर अर्जुन यादव के घर में एक रूम में बंद कर दिया. फिर बाद में मुंह में कपड़ा बाँध कर और आँख पर पट्टी बांध कर चार चार पहिया वाहन पर बिठा कर ले गये, जिसका पता नहीं चला कि फिर कहाँ-कहाँ रखा. फिर रविवार को सुबह सड़क पर छोड़कर फरार हो गया. बाद में पता चला कि वह महिला थाना सुपौल के पास है. सुपौल महिला थाना ने मधेपुरा थाना को सूचना दी ।
मामले की जाँच कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि छात्रा का सोमवार को न्यायालय में 164 दंड प्रक्रिया संहिता का बयान कराया जायेगा. फिलहाल अपहृता को अल्पावास गृह भेज दिया गया है ।
मालूम हो कि 12 जुलाई को सदर थाना क्षेत्र के तुलसीबाड़ी सीमा टोला की एक लड़की की मामी ने सदर थाना में आवेदन देकर कहा कि मेरी भांजी स्कूल से आने के बाद अपने मूंग के खेत को देखने गयी लेकिन वह खेत से घर नहीं लौटी. काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कोई पता नही चला. बाद में खेत में लड़की का चप्पल मिला । उसने गांव के सियाराम यादव सहित उनके परिवार के लोगों पर नाबालिग भांजी के अपहरण करने का आरोप लगाते केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कई सम्भावित ठिकाने पर छापामारी की, लेकिन लड़की का कोई सुराग हाथ नहीं लगा ।
इस बीच रविवार को सुपौल जिले के महिला थाना ने सदर थाना को सूचना दी कि तुलसीबाड़ी से अपहरण छात्रा सुबह सुपौल महिला थाना के पास सड़क के किनारे मिली है. सूचना मिलते ही मामले की जांच कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने सुपौल से अपहृता को बरामद किया।
मामले कि जांच कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि बरामद अपहृता से की गई पूछताछ मे बताया कि घटना के दिन वह घर से निकली और जैसे ही गांव के अर्जुन यादव के घर से गुजर रही थी कि अर्जुन यादव, जयकान्त यादव और सन्तोष कुमार ने पकड़कर मुँह बंद कर दिया और आँख पर पट्टी बाँध कर कुछ दूर पैदल ले जाकर अर्जुन यादव के घर में एक रूम में बंद कर दिया. फिर बाद में मुंह में कपड़ा बाँध कर और आँख पर पट्टी बांध कर चार चार पहिया वाहन पर बिठा कर ले गये, जिसका पता नहीं चला कि फिर कहाँ-कहाँ रखा. फिर रविवार को सुबह सड़क पर छोड़कर फरार हो गया. बाद में पता चला कि वह महिला थाना सुपौल के पास है. सुपौल महिला थाना ने मधेपुरा थाना को सूचना दी ।
मामले की जाँच कर रहे पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि छात्रा का सोमवार को न्यायालय में 164 दंड प्रक्रिया संहिता का बयान कराया जायेगा. फिलहाल अपहृता को अल्पावास गृह भेज दिया गया है ।
11 दिन बाद अपहृता बरामद, तीन लोगों पर लगाया अपहरण का आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 22, 2018
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