
मधेपुरा जिले में आए दिन फर्जी और झोला छाप डाक्टरों की वजह से
मौत का सिलसिला जारी है, बावजूद स्वास्थ विभाग धृतराष्ट्र की भूमिका निभा रहा है।
मंगलवार को जिले के गम्हरिया थानाक्षेत्र में इटवा जीवछपुर पंचायत के जागीर में एक झोला छाप डॉक्टर उमेश
मेहता ने एक व्यक्ति की जान ले ली। घटना के मामले को रफा-दफा कराने के लिए
सुलह-समझौता का दौर जारी रहा। घटना के बाद से झोलाछाप डाक्टर फरार है।
मिली जानकारी के अनुसार इटवा जीवछपुर पंचायत के जागीर गांव के वार्ड संख्या 14
में मंगलवार की रात्रि झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा एक्सपायर्ड
इंजेक्शन देने के बाद मौत हो गई. बताया गया कि जागीर निवासी सुंदर शर्मा को मंगलवार की रात्रि
पेट में दर्द होने पर डॉक्टर को बुलाया गया जहां झोलाछाप डॉक्टर उमेश मेहता के
द्वारा एक्सपायर डेट का इंजेक्शन स्पास्मो प्रॉक्सीवॉन दिया गया जिसके थोड़ी देर
बाद ही सुन्दर शर्मा की मौत हो गई. इंजेक्शन पर साफतौर पर जिसका मैन्युफैक्चरिंग
डेट फरवरी 2016 और एक्सपाइरी जनवरी 2018 था. मगर झोलाछाप डॉक्टर ने इसकी अनदेखी करते हुए इंजेक्शन का
इस्तेमाल किया जिससे उनकी मौत हो गई.
मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक की शादी 5 वर्ष पूर्व हुई थी
जिसमें एक लड़की (3 वर्ष) और एक लड़का (डेढ़ वर्ष) है.
पत्नी का रो-रोकर हुआ बुरा हाल था. यही नहीं, ग्रामीणों ने बताया कि कुछ वर्ष
पूर्व भी मृतक के पिता का भी झोला छाप डॉ उमेश मेहता के द्वारा ही इलाज के दौरान
मौत हो गई थी.
मौत बाँटते झोलाछाप डॉक्टर: एक्सपायर्ड इंजेक्शन से 30 वर्षीय युवक की मौत
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 11, 2018
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