

यही देखने को बुधवार को मिला जब मधेपुरा जिले के गम्हरिया प्रखंड विकास
पदाधिकारी ज्योति गांमी के द्वारा जब स्कूलों का निरीक्षण किया गया तो निरीक्षण के
दौरान कई स्कूलों से तो शिक्षक गायब मिले और कई स्कूलों में तो बच्चे की उपस्थिति
पंजी भी नहीं भरी गई थी और ना ही बच्चे की उपस्थिति थी. इससे जाहिर होता है कि
शिक्षा व्यवस्था कितनी चौपट हो चुकी है.
गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय के भागवत चौक स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय
प्रेमलाल टोला में चल रहे उत्प्रेरण केंद्र में जहां 64 बच्चे नामांकित हैं वही
मात्र 19 बच्चे निरीक्षण के दौरान मिले. जिस बात को लेकर
प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा वहां मौजूद शिक्षकों से जब पूछा गया तो कोई सही
जवाब नहीं दे पाए. इससे जाहिर होता है कि सरकार का पैसा हवा में उड़ रहा है. यही
कहते हैं ना, खाता ना बही और मास्टर साहब जो कहे वही सही.
गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय सूरजगंज का औचक निरीक्षण प्रखंड
विकास पदाधिकारी ज्योति गामी के द्वारा बुधवार को सुबह 7:30 बजे किया गया जिस में
कुल शिक्षकों की संख्या 10 है वही 6 उपस्थित
पाए गए, 4 अनुपस्थित पाए गए. जिसमें मोहम्मद जावेद आलम का
हाजिरी काटा गया, अशोक कुमार का मेडिकल लगाया हुआ था, नाजनी बेगम का सीएल लगा
हुआ था, वहीँ नीतू कुमारी के अटेंडेंस बनाकर अनुपस्थित पाए जाने पर वीडियो ज्योति
गामी ने हाजिरी काट दिया. यहाँ कुल नामांकित बच्चों की संख्या 183 में मात्र 4 बच्चे उपस्थित पाए गए. राजकीय विद्यालय
चंदन पट्टी का निरीक्षण 7:45 बजे किया गया जिसमें कुल 7
शिक्षक हैं, 2 अनुपस्थित पाए गए और 5 उपस्थित मिले. मोहम्मद मंसूर आलम प्रतिनियोजित, शबनम बेगम विशेष अवकाश, वहीँ
कुल बच्चों की नामांकन 176 है, जिसमें मात्र 18 बच्चे उपस्थित पाए गए. मध्य विद्यालय गम्हरिया का निरीक्षण आठ 8:05
बजे किया गया. कुल 14 शिक्षक, 2 अनुपस्थित, कुल बच्चों का नामांकन 610, जिसमें मात्र
107 बच्चे उपस्थित मिले. देवनारायण मध्य विद्यालय टोका का निरीक्षण
7:56 बजे किया गया. कुल शिक्षकों की संख्या 9 जिसमें 3 शिक्षक अनुपस्थित पाए, कुल नामांकन 76
जिसमें 5 बच्चे उपस्थित पाए गए. खुद प्रभारी प्रधानाध्यापक
के अनुपस्थित रहने के कारण प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा हाजिरी काटा गया.
निखत परवीन विशेषावकाश, रेणु देवी सीएल, उत्क्रमित मध्य विद्यालय प्रेमलाल टोला
गम्हरिया का निरीक्षण 8:30 बजे किया गया. कुल 8 शिक्षक हैं वही 2 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. एक
प्रतिनियोजित वहीं दूसरे सी एल में थे. कुल नामांकन 168, उपस्थिति
बच्चों की संख्या 41. दिन पहले का मध्यान भोजन में कुल
उपस्थित बच्चों की संख्या 1 से 5 क्लास
में 30 थी. वहीँ 6 से 8
में 118 दिखाया गया था. स्कूल में उत्प्रेरण केंद्र
चलता है, जिस में कुल 3 शिक्षक हैं 2 शिक्षक
अनुपस्थित थे. संतोष कुमार हाजिरी बना कर स्कूल से गायब थे, जिसका प्रखंड विकास पदाधिकारी
के द्वारा हाजिरी काटा गया. उत्प्रेरण केंद्र में 64 बच्चे का
नामांकन है जिसमें मात्र 19 बच्चे उपस्थित पाए गए. जिन्हें
सुबह का नाश्ता में मुरही और चना परोसा गया था. देखने से लग रहा था कि बहुत अच्छा
क्वालिटी नहीं है. नवसृजित विद्यालय धोबी टोला गम्हरिया 8 :50 बजे निरीक्षण किया गया. कुल शिक्षक दो एक शिक्षक सीएल में कुल बच्चों की
उपस्थिति 120, जिसमें मात्र 34 बच्चे
पाए गए.
प्रखंड विकास पदाधिकारी ज्योति गामी ने बताया कि सभी स्कूलों के शिक्षकों से स्पष्टीकरण
पूछा गया और उसके बाद विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी.
बदहाल शिक्षा: मधेपुरा में बच्चों के साथ सरकारी स्कूल के शिक्षक भी रहते हैं गायब
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 18, 2018
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