राष्ट्र के नक्शे पर चर्चित मधेपुरा नहीं रहा अब पिछड़ा जिला: बिहार दिवस पर घोषणा

मधेपुरा कॊ अब नहीं कहें पिछड़ा जिला । देश के पिछड़े जिलों की सूची में अब मधेपुरा शुमार नहीं है । प्रधानमंत्री जी ने जो अभी ताजा सर्वेक्षण कराये हैं उसमें पिछड़े जिलों में देश के एक सौ पंद्रह जिलों कॊ शामिल किया गया है और उसमें मधेपुरा का नाम नहीं है । 


उपरोक्त बातें यहाँ बिहार दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह कॊ सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मु सोहैल ने कही । उन्होंने कहा कि मधेपुरा 1845 में अनुमंडल बना था और एक सौ तेहत्तर वर्ष पूर्व बने इस  अनुमंडल कॊ पिछड़ा होना भी नही चाहिये । लेकिन यहाँ का अपेक्षित विकास नही हो पाया ।अब वह समय आ चुका है कि हम सब मिलकर मधेपुरा कॊ विकसित मधेपुरा बनाएं ।

उन्होंने कहा कि मधेपुरा अब राष्ट्र के नक्शे पर चर्चित नाम है, जहाँ देश का सबसे मजबूत विद्युत रेल इंजन का निर्माण शुरू हो चुका है । इसके कारण यहाँ बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन होनेवाला है । मैंने यहाँ चुनाव के दिनों सर्वेक्षण करवाया था तो जिले की बाईस लाख की जनसंख्या में तीन लाख बारह हजार लोग जिले और राज्य से बाहर रोजगार की तलाश में निकले हुए पाये गये । यह सचमुच पीड़ादायक स्थिति है । लेकिन अब जो स्थिति बन रही  है उससे यहाँ के लोगों कॊ तो रोजगार मिलेगा ही, बाहरी लोग भी यहाँ रोजगार पा सकेंगे ।

उन्होंने मधेपुरा के उत्तरोत्तर विकास का रेखांकन करते हुए कहा कि जिले में अब हर गरीब के घर में चाहने पर बिजली पहुँच चुकी है । अगर किसी गरीब के पास चाहने पर भी बिजली नही पहुँची हो तो वह फौरन मुझे बतावे । मैं एक घंटे में बिजली लगवा दूँगा ।

जिले के 75 प्रतिशत घरों में गैस चूल्हा आपूर्ति की जा चुकी है । पहले जिले में 50218 गैस चूल्हे का कनेक्शन था जो उज्जवला योजना के बाद बढ़कर दो लाख बीस हजार पहुँच चुकी है । अप्रैल  माह से 56 हजार और नये कनेक्शन आवंटित होने हैं ।

डीएम ने जन भागीदारी का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अब हर घर में शौचालय योजना कॊ सफल बनाना है । दिसम्बर 2018 तक हम ज़िला वासियों कॊ यह काम पूरा करना है । बिहार दिवस के अवसर पर हमलोगों ने दस हजार शौचालय के लिये बीस हजार गड्ढे खोदने का संकल्प लिया था और सिर्फ तीन दिनों में हमारे जनप्रतिनिधियों एवम अन्य के सहयोग से हमने 11275 शौचालय के लिये 22550 गड्ढे खुदवाने का काम कर लिया । यही सहयोग बना रहा तो दिसम्बर से पूर्व ही हम हर घर शौचालय का लक्ष्य पूरा कर लेंगे ।

उन्होंने बिहार सरकार की सामाजिक विकास योजना की चर्चा करते हुए कहा कि हमें दहेज प्रथा और बाल विवाह से भी मुक्ति पाना है । मुझे खुशी है कि हमारे जिले के सभी जनप्रतिनिधियों ने इसके लिये संकल्प लिया है । इससे पूर्व हमलोगों ने शराब पर पाबंदी लगाया है । लेकिन चोरी छिपे शराब बिक रही है और लोग पी रहे हैं । अगर यहाँ के लोग शराब पीना छोड़ देंगे तो फ़िर शराब बिकेगी ही नही । इसे हम सबों कॊ मिलकर समझाने की ज़रूरत है । राज्य में अबतक एक लाख तेईस हजार लोग शराब पीने के आरोप में जेल जा चुके हैं । अगर वे समझते हैं कि हमें अब कुछ नहीं होगा तो यह उनकी भूल है । यह कानून ही ऐसा बना है कि दस वर्ष की सजा होनी ही है क्योंकि इसमें पर्याप्त साक्ष्य यही है कि मशीन से आपकी जाँच हुई है । इसलिये सब मिलकर शराब पीने वालों कॊ समझाइये ।

इससे पूर्व स्टेडियम स्थित मंच पर डॉ भूपेन्द्र मधेपुरी ने बिहार के महान लोगों की जानकारी देते हुए आह्वान किया कि हमें फ़िर से गौरवशाली बिहार बनाना है । मौके पर शौकत अली, जिप अध्यक्ष मंजू देवी आदि ने भी सम्बोधित किया ।

इस अवसर पर सुबह स्कूली बच्चों की प्रभात फेरी और मेराथन दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । दस बजे दिन से स्टेडियम मैदान में कबड्डी प्रतियोगिता और खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । मुख्य समारोह में उपस्थित जनप्रतिनिधियों और अन्य लोगों कॊ दहेज प्रथा और बाल विवाह मुक्त बिहार बनाने का संकल्प लिया । बाद में, निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चिल्ड्रेन पार्क का नामाकरण शहीद पार्क कर वहां अब तक विभिन्न स्थितियॉ में शहीद हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाजा शाह और चूल्हाय यादव, सीमा पर शहीद हुए फुल्काहा के प्रमोद कुमार यादव, बेलो चामगढ़ के प्रमोद यादव और मधेपुरा के शंकर रजक तथा जय प्रकाश आंदोलन में शहीद हुए सदानंद यादव का नाम शिलालेखित किया गया । इसके साथ ही डी आर डी ए स्थित पार्क में रामानंद प्रसाद मंडल उर्फ झल्लू बाबू की प्रतिमा लगाई गई । इस अवसर पर डीडीसी मुकेश कुमार, एस डी ओ एस के निराला, मु कयूम अंसारी सहित अन्य पदाधिकारी एवम अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

इस अवसर पर स्टेडियम मैदान में विभिन्न विभागों ने स्टाल भी लगाये । जीविका द्वारा रेशम के कीड़ा का प्रदर्शन, कृषि विभाग द्वारा किसानों का प्रशिक्षण, स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार कल्याण के उपायों का प्रदर्शन, बैंक द्वारा आसान ब्याज दर पर किसानों को कर्ज देने प्रचार स्टाल आदि लगाया गया था ।
राष्ट्र के नक्शे पर चर्चित मधेपुरा नहीं रहा अब पिछड़ा जिला: बिहार दिवस पर घोषणा राष्ट्र के नक्शे पर चर्चित मधेपुरा नहीं रहा अब पिछड़ा जिला: बिहार दिवस पर घोषणा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 22, 2018 Rating: 5
Powered by Blogger.