



स्थानीय धार्मिक संस्था श्री श्याम परिवार के सदस्यों द्वारा प्रत्येक वर्ष
गौतम शारदा पुस्तकालय में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
खाटू श्याम के विषय में कहा जाता है कि खाटू श्याम शीश का दानी के नाम से यह संसार पूजता है.
महाभारत काल में पांडव महाबली भीम के पौत्र घटोत्कच और माँ मोर्वी ( कामकटंकटा) के
पुत्र वीर बर्बरीक ने जब माँ मोर्वी के वचन निभाने के दौरान भगवान् श्री कृष्णा के
द्वारा वीर बर्बरीक से उनका शीश दान मांगने पर वीर बर्बरीक ने ख़ुशी ख़ुशी अपना शीश
भगवान श्री कृष्णा की दान में दे दिया. भगवान श्री कृष्णा इस महान शीश बलिदान से
खुश होकर वीर बर्बरीक को यह वरदान दिया की जब यह संसार कलियुग में तुम्हें मेरे
नाम ‘श्याम’ से घर-घर में पूजेगा और तुम सबकी मनोकामना पूर्ण करोगे. भक्तों का
मानना है कि ज खाटू वाला श्याम अपने भक्तों की सभी मनोकामनाए पूर्ण करते हैं.
मुरलीगंज में श्याम खाटू की पूजा एवं महा जोत में रवाड़ी समाज की महिलाएं
बच्चे बूढ़े एवं युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. बाहर से आए कलाकारों ने भी अपने
संगीत से भक्तों का मन मोह लिया.
‘कन्हैया ओ कन्हैया कोई मुरली की तान सुना दे मेरे तन मन में आग लगा दे’ पर सभी भक्तगण झूम उठे. इस गीत का मंचन बहुत ही
सुंदर किया गया. बाहर से आए कलाकार नैना गुप्ता जयपुर,
रमेश गुप्ता कोलकाता, मिताली जायसवाल कानपुर, मोहन झा राजस्थान आदि ने अपने मधुर सुरों से भक्तजनों की समां
को बांधे रखा। ‘जीवन की नैया का खेवैया तू है किशन कन्हैया’ के बोल पर तो भक्तजन झूम
झूम कर नृत्य करने लगे. ‘सोने के भंडार जो खुल हूं एक नहीं सौ कृष्ण मैं तोलूं’ पर
सारी रात भक्तगण झूमते रहे. भजन संध्या का कार्यक्रम चलता रहा.
कार्यक्रम के आयोजन में श्याम परिवार के सचिव नितेश अग्रवाल तथा कोषाध्यक्ष अमन अग्रवाल ने कहा कि समय से
पहले और तकदीर से ज्यादा देने वाले हमारे खाटू के श्याम बाबा ही हैं. इस अवसर पर श्याम
परिवार के सदस्य दीपक शर्मा, रोहित अग्रवाल, चिराग अग्रवाल, सूरज सोनी, अंकित अग्रवाल के अलावा राहुल,
नटवर, मनजीत आदि सभी सदस्य हर व्यवस्था पर अपनी निगाह जमाए हुए थे
और सुविधा का ध्यान रखे हुए थे।
श्याम खाटू भजन संध्या का भव्य आयोजन: प्रस्तुति पर झूम उठे भक्तगण
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 02, 2017
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