पटना। जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश
रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आरोप लगाया है कि हाल के दिनों में हुए सांप्रदायिक दंगे
सरकार प्रायोजित थे।
इस मामले में पुलिस ने एकतरफा और भेदभावपूर्ण कार्रवाई की है।
आज पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि दंगा भड़काने में बजरंग दल
की भूमिका संदेहास्पद है और बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
सांसद श्री यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी (लो) 14 से 18
अक्टूबर तक सभी प्रखंड मुख्यालयों पर धरना देगी और धरने में पार्टी के जिलास्तरीय
पदाधिकारी शामिल होंगे। धरना का आयोजन बाढ़ पीडि़तों को मुआवजा देने और बजरंगदल पर
प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नाकामी के
कारण 17 जिलों में सांप्रदायिक दंगे हुए और पुलिस ने भेदभावपूर्ण और एकतरफा
कार्रवाई की। प्रेस वार्ता के दौरान पीरो की अल्पसंख्यक समुदाय की दो महिलाओं ने
पुलिस पर घर में घुसकर मारपीट करने और गहने व मोबाइल छीनने का आरोप लगाया।
सांसद श्री यादव ने कहा कि जिन जिलों में दंगे हुए हैं, वहां पार्टी की टीम
जाएगी और अपनी रिपोर्ट देगी। इसके लिए टीम गठित की जाएगी। ये टीम स्थानीय लोगों
से बातचीत कर स्थिति का आकलन करेगी। सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपनी
नाकामी ढंकने के लिए महात्मा गांधी के नाम के इस्तेमाल का आरोप लगाया। उन्होंने
कहा कि राज्य की सभी विकास योजनाएं ठप पड़ गयी हैं। सात निश्चय लूट का अड्डा बन
गया है। इस विफलता को छुपाने के लिए नीतीश कुमार बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ
अभियान का आडंबर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी (लो) ही असली
विपक्ष की भूमिका का निर्वाह कर रही है।
प्रेस वार्ता के दौरान अलग-अलग दलों के करीब दो दजर्न
नेताओं ने जनाधिकार पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और पार्टी की नीतियों में अपनी आस्था
जतायी। प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष अखलाक अहमद, राष्ट्रीय प्रधान
महासचिव एजाज अहमद, महासचिव प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, राघवेंद्र कुशवाहा, राजीव कुमार, मधुकर आनंद व श्याम सुंदर आदि मौजूद
थे।
(ए. सं.)
बजरंग दल पर प्रतिबंध की मांग, सरकार प्रायोजित थे सांप्रदायिक दंगे: पप्पू यादव
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 05, 2017
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