मधेपुरा थानाक्षेत्र के भर्राही पुलिस द्वारा सोमवार को ओपी क्षेत्र के रेल लाइन के
किनारे एक अज्ञात अधेड़ व्यक्ति की लाश बरामद किया है. घटना शनिवार से जुड़ी बताई जा रही है.
लाश
तीन दिन से रेलवे और स्थानीय पुलिस की सीमा विवाद में पड़ा रहा. आखिरकार भर्राही
पुलिस ने सोमवार को लाश को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. यह रेल से गिरकर
मौत थी या हत्या कर रेल ट्रेक के किनारे फेंका जाना,
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पायेगा. ओपी अध्यक्ष
अमित कुमार ने बताया कि रविवार की शाम को सूचना मिली की रेलवे लाइन के किनारे एक
अधेड़ व्यक्ति की लाश पड़ी है, सूचना मिलने के बाद लाश को
उठा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि आसपास
के ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार को लाश रेलवे ट्रेक पर देखा गया था जिसे रेलवे के
अधिकारियों ने वहां हटा दिया लेकिन वे लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बजाय ट्रैक से हटा कर स्थानीय पुलिस के माथे डाल
दिया.
उन्होंने
कहा कि ग्रामीणों ने आशंका जताई कि युवक की मौत ट्रेन से गिरकर हुई है. पुलिस की
बात अगर सच है तो रेल कर्मियों ने मानवता को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया
है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि स्थानीय पुलिस तीन दिन तक सिर्फ इस इंतजार मे रही
कि लाश रेल क्षेत्र में आता है जबकि रेल पुलिस इस इंतजार में थी कि लाश का क्षेत्र
स्थानीय पुलिस का है. तीन दिन बीतने के कारण लाश की पहचान करना मुश्किल हो गया. फिलहाल
मृतक कौन है? कहां
का है ?रेल से गिरकर कर मौत हुई? या किसी ने उसकी हत्या कर रेलवे ट्रेक के पर फेंक दिया यह रहस्य बना
हुआ है. पुलिस फिलहाल शव को पहचान के लिए अपने कब्जा में रखी है.
बरामद अज्ञात लाश के पीछे हत्या या फिर गिरकर मौत? बना रहस्य
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 26, 2017
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