
घटना के
बारे में जानकारी के अनुसार मंगलवार को दिन के 4 बज कर 10 पर विद्युत सब स्टेशन के
पीछे 11000 वोल्टेज संचरण लाइन का तार एकाएक टूटकर गिर गया. वह भी ठीक खेत के बीच
में बने टीन के घर पर. कुछ क्षण पहले ही बारिश शुरु हुई थी जिस से बचने के लिए
वहां मूंग तोड़ने आई एवं घास काटने के लिए आई महिला एवं बच्चे बारिश से बचने के
लिए आश्रय लेने हेतु उस टीन के घर में गई थी। कहा जाता है कि यह टीन का घर उपेंद्र
ठठेरी रहटा निवासी का है जो
यूं ही खाली पड़ा रहता है. टीन के घर जा गिरा 11 हजार वोल्टेज के तार में विद्युत
प्रवाहित हो रही थी, जिसके कारण घर के टीन लाल होने लगे और
धरती पर पर चड़चड़ाहट महसूस होने लगी. महिला एवं
बच्चे नंगे पैर भींगे जमीन पर संपर्क में आने से 11 हजार के चपेट में आकर हादसे के
शिकार हुए. हादसे में तीन महिलाएं जिसमें एक महिला
गर्भवती थी के अलावे एक लड़की की लगभग शादी तय होने वाली थी, मारे गए.

प्रत्यक्षदर्शियों
की माने तो जब तक सब स्टेशन से विद्युत आपूर्ति रोकी जाती तब तक सभी काल गाल समा
चुके थे। हादसे में मारे गए सभी का घर मुरलीगंज नगर पंचायत की सीमा से सटे के पी
महाविद्यालय के पीछे हनुमान नगर चकला जो कि कुमारखंड प्रखंड के रहटा पंचायत का
वार्ड नंबर 14 कहलाता है, में था.
मृतक
के परिजनों ने सांसद श्री राजेश रंजन पप्पू यादव के आने के बाद में मृतकों को उठाने
एवम पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने की बात की. 8:30 बजे सांसद पप्पू यादव द्वारा
मृतकों के निकट बैठकर उनके परिजनों को सांत्वना दी और उन्होंने कहा कि इस हत्या के
लिए सभी दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज कर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. साथ ही
उन्होंने यह भी कहा कि अभी अभी कुछ महीने नए सिरे से संचरण लाइन के तारों को बदला
गया है जिसकी गुणवत्ता बिल्कुल ही निचले स्तर की थी. जिसके कारण इतना बड़ा हादसा
हुआ. इसके लिए निर्माण एजेंसी और इनको पास करने वाले तमाम उच्चाधिकारी दोषी हैं.
उन पर भी प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही होनी चाहिए. इस हादसे में मृतकों के शरीर को
स्वयं सांसद ने हाथों से उठाकर एंबुलेंस में रखा.
तार गिरा तो झोंपड़ी का टीन लाल होने लगा था, सांसद ने हाथों पर उठाकर लाश को रखा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 05, 2017
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