‘सूबे के मुखिया के शासन काल में जो शिक्षक बहाल हुए उनमें अधिकांश शिक्षकों को चार लाइन के पत्राचार का पता भी लिखना नहीं आता है।'
यह कहना है केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को जो रविवार को सुपौल में रालोसपा द्वारा आयोजित आक्रोश दिखाओ शिक्षा बचाओ सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन काल में जो शिक्षक बहाली की प्रक्रिया अपनायी गयी कि डिग्री लाओ और नौकरी पाओ, ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया है। ऐसे शिक्षक बहाल हो गये जिन्हें शिक्षा से कोई लेना देना नहीं है।
सवालिया लहजे में उन्होंने कहा कि ऐसे बहाल हुए शिक्षकों से शिक्षा व्यवस्था दुरूस्त हो सकती है क्या? कहा शिक्षा व्यवस्था की ऐसी स्थिति में गरीब बच्चों में शिक्षा का अलख जगाने की कल्पना नहीं की जा सकती है।
मौके पर उन्होंने पार्टी को मजबूत किये जाने को लेकर कार्यकर्ताओं को कई प्रकार के निर्देश दिया। सम्मेलन में जिले भर के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

'सूबे में अधिकांश शिक्षकों को नहीं आता चार लाइन का पता लिखना': उपेन्द्र कुशवाहा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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July 09, 2017
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