


ओपी प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मी जान बचाकर भाग निकले.
घटना का कारण एक अपहरण है जिसके बाद युवक की लाश सड़ी-गली अवस्था में मिली. बताया जाता है कि फुलौत क्षेत्र के फुलौत पश्चिमी पंचायत निवासी जनार्दन चौधरी के पुत्र शहंशाह चौधरी (25 वर्ष) का बीते 20 अप्रैल को अपहरण का मामला दर्ज हुआ था। आज सुबह बहियार में मकई के खेत में सड़ी गली अवस्था उसका शव में मिलने से सनसनी फैल गई है । बताया जाता है कि अपहरण के मामले में एक अभियुक्त संदीप मंडल की गिरफ्तारी भी की गई थी।
परिजनों का आरोप था कि बार-बार ओपी अध्यक्ष को कहे जाने के बावजूद हमारे बच्चे की न ही खोज बीन किया गया बल्कि उल्टा वही कहते थे कि तुम अपने बेटे को दिल्ली भेज दिए हो और शरीफ आदमी पर झूठे अपहरण का मामला दर्ज कराते हो. मृतक के परिजन का कहना था कि जबकि मुझे एक नंबर से बार-बार धमकी भरे कॉल आते थे. उस नंबर के बारे में भी हमने ओपी अध्यक्ष राजेश कुमार को नंबर दिया और अपना मोबाइल भी दिखाया. उन्होंने मेरा भी मोबाइल जप्त कर लिया लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हालांकि घटना के जड़ में इससे पहले वहां हुई एक लड़की के अपरहरण की बात सामने आ रही है जिसमे मृतक को जोड़ा जा रहा है. मृतक के पिता ने राज कुमार मंडल, संजीव मंडल समेत पांच लोगों को आरोपित करने की बात कही है.
इसी आक्रोश में आज ग्रामीणों ने फुलौत ओपी में जमकर तोड़-फोड़ की. आक्रोश को देख फूलों ओपी ओपी के सारे स्टाफ भाग निकले। ग्रामीनों ने मीडियाकर्मियों पर भी कवरेज करने के कारण हमला किया जिससे एक मीडिया कर्मी बुरी तरह जख्मी हो गया।
दूसरे राउंड में भी कई थानों की पुलिस को खदेड़ दिया गया. बाद में मधेपुरा एसपी समेत भारी मात्रा में पुलिस बल समाचार प्रेषण तक वहां जमे हुए थे और मामले को शांत रकराने तथा नियंत्रण में लेने का प्रयास कर रहे थे.
घटना का कारण एक अपहरण है जिसके बाद युवक की लाश सड़ी-गली अवस्था में मिली. बताया जाता है कि फुलौत क्षेत्र के फुलौत पश्चिमी पंचायत निवासी जनार्दन चौधरी के पुत्र शहंशाह चौधरी (25 वर्ष) का बीते 20 अप्रैल को अपहरण का मामला दर्ज हुआ था। आज सुबह बहियार में मकई के खेत में सड़ी गली अवस्था उसका शव में मिलने से सनसनी फैल गई है । बताया जाता है कि अपहरण के मामले में एक अभियुक्त संदीप मंडल की गिरफ्तारी भी की गई थी।
परिजनों का आरोप था कि बार-बार ओपी अध्यक्ष को कहे जाने के बावजूद हमारे बच्चे की न ही खोज बीन किया गया बल्कि उल्टा वही कहते थे कि तुम अपने बेटे को दिल्ली भेज दिए हो और शरीफ आदमी पर झूठे अपहरण का मामला दर्ज कराते हो. मृतक के परिजन का कहना था कि जबकि मुझे एक नंबर से बार-बार धमकी भरे कॉल आते थे. उस नंबर के बारे में भी हमने ओपी अध्यक्ष राजेश कुमार को नंबर दिया और अपना मोबाइल भी दिखाया. उन्होंने मेरा भी मोबाइल जप्त कर लिया लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हालांकि घटना के जड़ में इससे पहले वहां हुई एक लड़की के अपरहरण की बात सामने आ रही है जिसमे मृतक को जोड़ा जा रहा है. मृतक के पिता ने राज कुमार मंडल, संजीव मंडल समेत पांच लोगों को आरोपित करने की बात कही है.
इसी आक्रोश में आज ग्रामीणों ने फुलौत ओपी में जमकर तोड़-फोड़ की. आक्रोश को देख फूलों ओपी ओपी के सारे स्टाफ भाग निकले। ग्रामीनों ने मीडियाकर्मियों पर भी कवरेज करने के कारण हमला किया जिससे एक मीडिया कर्मी बुरी तरह जख्मी हो गया।
दूसरे राउंड में भी कई थानों की पुलिस को खदेड़ दिया गया. बाद में मधेपुरा एसपी समेत भारी मात्रा में पुलिस बल समाचार प्रेषण तक वहां जमे हुए थे और मामले को शांत रकराने तथा नियंत्रण में लेने का प्रयास कर रहे थे.
देखिए इस वीडियो में तोड़फोड़ और परिजनों के आरोप, यहाँ क्लिक करें.
एक हत्या के बाद रणक्षेत्र बन गया मधेपुरा का फुलौत, थाने में जमकर तोड़फोड़
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 26, 2017
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