स्टेट बैंक के सामने नोटबंदी के खिलाफ भाकपा का रोषपूर्ण प्रदर्शन

नोट बंदी के खिलाफ सीपीआई ने मधेपुरा के एसबीआई मुख्य शाखा के सामने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करते भाकपा नेता प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि नोट बंदी के 2 महीने  होने के बाद भी ग्रामीण इलाकों में स्थिति नहीं सुधरी है.
      भाकपा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि एटीएम से सिर्फ दो हजार रूपये निकलना बड़ी मुसीबत की बात है. एक तरफ किसानों की बुवाई-जोताई के लिए भारी परेशानी हो रही है तो मजदूरी नहीं मिल रहा है. पूरे देश में आर्थिक आपातकाल की स्थिति हो गई है नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए उन्होंने 50 दिन का समय मांगा था. 2 महीना बीत गए पर स्थिति सामान्य नहीं हुई . आम लोग जहाँ पैसे के लिए मोहताज है दूसरी तरफ बीजेपी नेता जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी में 500 करोड़ खर्च होते हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली के बेटी के शादी में 55 करोड़ खर्च होते हैं, नितिन गडकरी की बेटी की शादी में 100 करोड़ से ज्यादा खर्च होता है. वही हिंदुस्तान में बीजेपी अपने कार्यालय के लिए 55 सौ करोड़ की जमीन खरीदती है. उत्तर प्रदेश में 1545 मोटरसाइकिल खरीदकर वितरण करता है वह कौन सा पैसा है? वह काला धन नहीं है? नरेंद्र मोदी काला धन को सफेद कर रहे हैं और जनता की आंख में धूल झोंक रहे हैं. विदेशों में 96 प्रतिशत कालाधन छिपा है. नरेंद्र मोदी को इसका जवाब देना होगा. नोटबंदी के बाद 97 प्रतिशत नोट 500 और 1000 जमा हो गए हैं. स्थिति स्पष्ट करना चाहिए कि कितना कालाधन पकड़ाया है? गरीबों के कल्याण के लिए बात करने वाले  सरकार की यह पूरी नौटंकी है. देश की  जनता के साथ या धोखा है. इसलिए कम्युनिस्ट पार्टी मुखालफत करता है कि जनता को सुविधा मिले और जब तक स्थिति सामान नहीं होगी तब तक सीपीआई अनवरत संघर्ष करती रहेगी.
          मौके पर वरिष्ठ वाम नेता रमण यादव, विद्याधर मुखिया समेत दर्जनों नेता मौजूद थे.
स्टेट बैंक के सामने नोटबंदी के खिलाफ भाकपा का रोषपूर्ण प्रदर्शन स्टेट बैंक के सामने नोटबंदी के खिलाफ भाकपा का रोषपूर्ण प्रदर्शन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 10, 2017 Rating: 5
Powered by Blogger.