मुख्यमंत्री के आगमन के बाद अब बदलने वाली है बाबा की नगरी में मंदिर की सूरत

निश्चय यात्रा के दौत्रान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सिंहेश्वर आगमन के बाद मंदिर न्यास समिति की बैठक में पूर्व में लिये गये कई योजनाओं को ही रंग रोगन कर प्रस्तुत किया गया.
न्यास समिति के कार्यालय में अध्यक्ष समीर कुमार झा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए निर्णय हाल में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सिंहेश्वर मंदिर आने के सन्दर्भ में लिए जाने की कोशिश की गई है.

मुख्यमंत्री के आगमन से बदलने वाली है मंदिर की सूरत:   बताया गया कि मुख्यमंत्री के निश्चय यात्रा के आगमन की तैयारी के लिए हुए बैठक में जदयू जिला महासचिव दीपक यादव और पूर्व उप प्रमुख राजेश कुमार झा ने शिवगंगा को हेंड ओवर से पूर्व ही अपने घटिया निर्माण की कहानी से स्थानीय विधायक को अवगत कराया. विधायक प्रो. रमेश ऋषिदेव ने इस मामले को चेतना सभा के बाद मघेपुरा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समीक्षा बैठक में उठाया. विधायक श्री ऋषिदेव के आग्रह पर माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने तय कार्यक्रम को बदलाव करते हुए देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना और शिवगंगा के निरीक्षण के लिए महादेव की नगरी सिंहेश्वर पहुंचे. पूजा-अर्चना के बाद जब मुख्यमंत्री शिवगंगा पर पहुंचे तो उन्हें शिवगंगा की स्थिति देख कर भीतर से अवश्य दुःख हुआ होगा कि लगभग पौने तीन करोड़ की लागत से पर्यटन विभाग द्वारा शिवगंगा के जीर्णोद्धार का काम अभी तक अधूरा है. जिसके कारण शिवगंगा को हेंड ओवर नही किया गया है.
      मुख्यमंत्री श्री कुमार ने पर्यटन विभाग को शिवगंगा के पूर्व की तरफ सीढ़ी बनाने तथा पश्चिम की ओर सीढी के नीचे खाली जगह को पानी निकाल कर बंद करने तथा शिवगंगा के चारो तरफ अर्जुना का पौधा लगाने तथा शिवगंगा के पानी को साफ रखने के लिए दो सोलर पंप लगाने का आदेश दिया था. शिवगंगा में ड्रैनेज सीवर सिस्टम का नक्शा बनाने के लिये पीएचईडी जेई को आदेश दिया. इसके अलावे  सिंहेश्वरवासी के वर्षों के अरमान को मुख्यमंत्री ने बिना मांगे दे दिया. जब मुख्यमंत्री ने मंदिर के पास मंदिर परिसर में ही टूटे धर्मशाला को देख कर जनता के हित में नि:शुल्क धर्मशाला बनवाने का आदेश डीएम मघेपुरा को दिया था. बता दें कि बाबा की नगरी के लिए मधेपुरा टाइम्स लगातार आवाज उठाता रहा है.
     बैठक में बताया कि मंदिर परिसर में  6 सिटेड धर्मशाला का निर्माण उत्तर साईड से किया जा रहा है जबकि दक्षिण ओर एक नियंत्रण कक्ष, अतिथि भवन के साथ बाकी कमरा श्रद्धालुओं के लिए बनेगा जिसके सात दिन के अंदर तीन टेंडर एक शिवगंगा के लिए दो दोनो तरफ के धर्मशाला के लिए निकाला जायेगा, ताकि मुख्यमंत्री के द्वारा दिये गये तय समय में  कार्य पूरा किया जा सके.

मुख्यमंत्री कर सकते हैं मेला का उद्घाटन: शिवगंगा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा अगर 20 फरवरी तक सब काम हो जाएगा तो महाशिवरात्रि के अवसर पर लगने वाले मेले का उद्घाटन करने अवश्य आऊंगा. मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद कार्यो में भी तेजी दिखाई दे रही है. मुख्यमंत्री के जाते ही मघेपुरा के डीएम मो. सोहेल ने सिंहेश्वर पहुंच कर स्थल का निरीक्षण कर भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को प्राक्कलन बनाने का आदेश दिया था.  उसी को देखते हुए न्यास समिति ने सभी योजनाओं को कार्यान्वित करने के लिए हरी झंडी दिखा दी. (क्रमशः )

मुख्यमंत्री के आगमन के बाद अब बदलने वाली है बाबा की नगरी में मंदिर की सूरत मुख्यमंत्री के आगमन के बाद अब बदलने वाली है बाबा की नगरी में मंदिर की सूरत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 26, 2016 Rating: 5
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