मधेपुरा सांसद और जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि देश गृह युद्ध (सिविल वार) की ओर बढ़ रहा है.
देश में आर्थिक आपातकाल की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. आज पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि देश में दंगे की स्थिति है. कोलकाता हाई कोर्ट में कहा कि नोटबंदी को लेकर सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की है. श्री यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 2000 रुपये के नोटों के प्रचलन पर पुनर्विचार की मांग करते हुए कहा कि सरकार ने अपने लोगों और भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद किया है. उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी (लो) 500 और 1000 रुपये की नोटबंदी के फैसले के पक्ष में हैं. श्री यादव ने कहा कि यह काम अच्छी नीयत से किया गया होता तो इसका लाभ भी आदमी को मिलता, लेकिन सरकार ने नोटबंदी अंबानी और बाबा रामदेव जैसे लोगों की लाभ पहुंचाने के लिए किया है.
आतंकवाद की समाप्ति के नाम पर आर्थिक आतंकवाद का दौर शुरू: सांसद ने कहा कि विदेशों से कालाधन वापस लाने के लिए सरकार ने कोई पहल नहीं की. एक पैसा भी कालाधन विदेश से वापस नहीं आया. लेकिन सरकार की नोटबंदी से किसान, छात्र, मजदूर और खुदरा व्यापारी परेशान हैं. आम आदमी का जीवनचर्या प्रभावित हो रहा है. उसके पेट पर चोट की जा रही है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद की समाप्ति के नाम आर्थिक आतंकवाद का दौर शुरू हो गया है. आर्थिक अराजकता उत्पन्न हो गयी है. आर्थिक बदलाव के लिए संयम जरूरी है, लेकिन सरकार ने इसके लिए अनावश्यक जल्दबाजी दिखायी.
अंबानी के कहने पर आरबीआई के गर्वनर बने अर्जित पटेल: सांसद श्री यादव ने कहा कि अर्जित पटेल को अंबानी के कहने पर रिजर्व बैंक आफ इंडिया का गर्वनर बनाया गया. अर्जित पटेल अंबानी के वित्तीय सलाहकार रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति पार्टियों को भी आरटीआई के दायरे में लाना चाहिए. श्री यादव ने कहा कि सरकार के पास अगले माह अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसा नहीं है.
(ए.सं.)
देश में आर्थिक आपातकाल की स्थिति, गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है देश: पप्पू यादव
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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November 18, 2016
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