

मुहर्रम
के मौके पर मधेपुरा टाइम्स से बातचीत करते हुए मधेपुरा के जामा मस्जिद के इमाम मो०
मुस्तकीम ने इस्लाम धर्म में मुहर्रम का महत्त्व बताया पर कहा कि ताजिया का इस्लाम
में कोई महत्त्व नहीं है और ताजिया की इस्लाम में कोई जगह ही नहीं है. लोगों ने इसे
अपना ढंग, खेलकूद और तमाशा बना रखा है.
सुनें इस वीडियो में क्या कहा जामा मस्जिद के इमाम ने, यहाँ क्लिक करें.
‘इस्लाम में न तो हिंसा की जगह है और न ही ‘ताजिया’ की’: इमाम, जामा मस्जिद मधेपुरा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 12, 2016
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