सुपौल। कोसी में लंबित रेल परियोजना को पूर्ण करने की मांग को लेकर जदयू द्वारा
आहूत
चार दिवसीय पद यात्रा का समापन सोमवार को सुपौल रेलवे स्टेशन परिसर में हुआ.
हजारों की संख्या में पहुंचे जदयू कार्यकर्ताओं द्वारा परिसर में एक आमसभा का भी आयोजन किया गया.
चार दिवसीय पद यात्रा का समापन सोमवार को सुपौल रेलवे स्टेशन परिसर में हुआ.
हजारों की संख्या में पहुंचे जदयू कार्यकर्ताओं द्वारा परिसर में एक आमसभा का भी आयोजन किया गया.
सभा को संबोधित करते सूबे के वाणिज्य कर व उर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने
कहा कि रेल अमान परिवर्तन के लिए केंद्र की सरकार द्वारा अपेक्षित राशि उपलब्ध नहीं
करायी गयी है, जिस कारण जिले में अमान परिवर्तन व रेल की अन्य परियोजनाऐं ठप पड़ा है.
कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा वर्ष 2003 में जिले के निर्मली में
सहरसा-फारबिसगंज एव सरायगढ-सकरी रेलखंड में अमान परिवर्तन का शिलान्यास किया था. उस
समय रेल मंत्री नीतीश कुमार ही थे. बावजूद केंद्र की भाजपा सरकार कार्य को पूर्ण करने
में कोताही बरत रही है.
मंत्री ने कहा कि सहरसा- फारबिसगंज व सकरी रेल लाईन की कुल दूरी 206 किलोमीटर है,
जिसके लिए 1209 करोड़ की आवश्यकता है. इसके लिए महज 338 करोड़ खर्च हुए हैं. बांकी महज
100 करोड़ रूपये इस वर्ष दिये गये हैं. वहीं
रेल महासेतू में 425 करोड़ की जगह 320 करोड़ एवं अररिया-सुपौल नई रेल लाईन के लिए प्रस्तावित
1196 करोड़ की जगह 02 करोड़ रूपये उपलब्ध कराये गये हैं.
उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी यह इलाका बड़ी रेल लाईन के
लिए ललायित है. कहा कि आगामी 02 नवम्बर को रेल मंत्री सुरेश प्रभु के साथ उनकी बैठक
है जिसमें इस मामले को जोरदार ढंग से उठाया जायेगा.
(रिपोर्ट: अशोक यादव)
कोसी में लंबित रेल परियोजना को लेकर केंद्र के खिलाफ जदयू की पदयात्रा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 24, 2016
Rating: