मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड के बैहरी पंचायत स्थित उत्तक्रमित मध्य विधालय तरहा के छात्रों ने कक्षा 7 के छात्रों को परिभ्रमण पर नहीं ले जाने के कारण अभिभावकों के सहयोग से परिभ्रमण दल के बस को खाली वापस जाने को मजबूर कर दिया गया. वहीं अभिभावकों ने छात्रो के साथ मिलकर एनएच 106 को इस कडी धूप में चार घंटे तक जाम रखा.
जानकारी के अनुसार विद्यालय से आज परिभ्रमण दल रवाना होना था, जिसमें सिर्फ कक्षा 8 के ही छात्र थे. जिससे 7 वीं कक्षा के छात्रों ने विरोध करते हुए कहा कि जब परिभ्रमण के लिए 7 और 8 क्लास के बच्चों के लिए राशि आती है, तो इस बार 7वीं के बच्चे क्यों नहीं जायेंगे. उसके बाद परिभ्रमण के लिए आये बस को भगा दिया गया औरग्रामीणों के एक गुट ने एनएच 106 को जाम कर दिया.
वहीं कुछ लोग जाम हटाने का प्रयास करते रहे. मौके पर पहुचें मुखिया शेखर गुप्ता ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण और छात्र उनकी बात नहीं माने. जाम से बेहाल लोगों ने छात्रों और ग्रामीणों से बहस और मिन्नतें भी की, लेकिन ग्रामीण नहीं पिघले. स्पष्ट रूप से ग्रामीण दो गुट में बंटे दिखाई दे रहे थे.
तीन घंटे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष बीडी पंडित ने भी लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अड़े रहे. तब थानाध्यक्ष ने सड़क जाम करने वालों को हट जाने को कहा, नहीं हटने पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही. थानाध्यक्ष के आक्रमक रूख को देख लोग घटना स्थल से हट गये और जाम हटा दिया गया.
जाम हटते ही लोगो ने राहत की सांस ली. जाम में फंसे लोगों का भूख, प्यास के साथ-साथ उमस और गर्मी के कारण बहुत ही बुरा हाल रहा. कई वृद्ध की हालत इतनी खराब हो गई, उन्हें जबरन टांग कर जाम के उस पार पहुंचाना पड़ा, लेकिन अपने निजी स्वार्थ में लोग मानवता को ताक पर रखते नजर आये.
सड़क जाम हटने के बाद लोगों ने बीइओ के आने की मांग करते हुऐ शिक्षकों को विद्यालय में नजरबंद कर दिया. लेकिन बीइओ वहीं बीइओ डा यदुवंश यादव ने कहा कि हमने एचएम को दूरभाष पर परिभ्रमण दल को रोक देने को कहा है. जांच कर कारवाई की जाएगी.
जानकारी के अनुसार विद्यालय से आज परिभ्रमण दल रवाना होना था, जिसमें सिर्फ कक्षा 8 के ही छात्र थे. जिससे 7 वीं कक्षा के छात्रों ने विरोध करते हुए कहा कि जब परिभ्रमण के लिए 7 और 8 क्लास के बच्चों के लिए राशि आती है, तो इस बार 7वीं के बच्चे क्यों नहीं जायेंगे. उसके बाद परिभ्रमण के लिए आये बस को भगा दिया गया औरग्रामीणों के एक गुट ने एनएच 106 को जाम कर दिया.
वहीं कुछ लोग जाम हटाने का प्रयास करते रहे. मौके पर पहुचें मुखिया शेखर गुप्ता ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण और छात्र उनकी बात नहीं माने. जाम से बेहाल लोगों ने छात्रों और ग्रामीणों से बहस और मिन्नतें भी की, लेकिन ग्रामीण नहीं पिघले. स्पष्ट रूप से ग्रामीण दो गुट में बंटे दिखाई दे रहे थे.
तीन घंटे के बाद घटनास्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष बीडी पंडित ने भी लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अड़े रहे. तब थानाध्यक्ष ने सड़क जाम करने वालों को हट जाने को कहा, नहीं हटने पर प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही. थानाध्यक्ष के आक्रमक रूख को देख लोग घटना स्थल से हट गये और जाम हटा दिया गया.
जाम हटते ही लोगो ने राहत की सांस ली. जाम में फंसे लोगों का भूख, प्यास के साथ-साथ उमस और गर्मी के कारण बहुत ही बुरा हाल रहा. कई वृद्ध की हालत इतनी खराब हो गई, उन्हें जबरन टांग कर जाम के उस पार पहुंचाना पड़ा, लेकिन अपने निजी स्वार्थ में लोग मानवता को ताक पर रखते नजर आये.
सड़क जाम हटने के बाद लोगों ने बीइओ के आने की मांग करते हुऐ शिक्षकों को विद्यालय में नजरबंद कर दिया. लेकिन बीइओ वहीं बीइओ डा यदुवंश यादव ने कहा कि हमने एचएम को दूरभाष पर परिभ्रमण दल को रोक देने को कहा है. जांच कर कारवाई की जाएगी.
अभिभावक और छात्रों ने किया एनएच 106: छात्रों को परिभ्रमण पर नहीं ले जाने का मामला
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 27, 2016
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