कल शाम भटक कर मधेपुरा जिले के आलमनगर थाना क्षेत्र के मधैली गांव में मिली लड़की को सुरक्षित उसके परिजन को सौंप दिया गया है.
बताया जाता है कि करीब 18 वर्षीया लड़की मानसिक रूप से अस्वस्थ थी और अपना नाम ज्योति और पिता का नाम श्याम सुन्दर मुखिया बता रही रही थी. पर वह अपने घर का पता बताने में असमर्थ थी. लड़की के पास एक एटीएम कार्ड भी था.
सोशल मीडिया के माध्यम से लड़की के बारे में जानकारी पुलिस को मिली और फिर पुलिस ने मामले की तहकीकात कर ज्योति के परिजनों को इसकी सूचना दी. आलमनगर थानाध्यक्ष ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि लड़की सहरसा जिले के बरूआरी की मूल निवासी है और वर्तमान में सहरसा वार्ड नं. 2 में रह रही थी. कल माँ ने किसी बात पर ज्योति को डांटा तो ज्योति घर से निकल गई और भटक कर आलमनगर पहुँच गई. आज ज्योति के ननिहाल कर्णपुर, सुपौल से उसके मामा पवन मुखिया आलमनगर थाना पहुंचे जहाँ पूरी जांच पड़ताल के बाद ज्योति को उन्हें सुपुर्द कर दिया गया.
(नि.सं.)
बताया जाता है कि करीब 18 वर्षीया लड़की मानसिक रूप से अस्वस्थ थी और अपना नाम ज्योति और पिता का नाम श्याम सुन्दर मुखिया बता रही रही थी. पर वह अपने घर का पता बताने में असमर्थ थी. लड़की के पास एक एटीएम कार्ड भी था.
सोशल मीडिया के माध्यम से लड़की के बारे में जानकारी पुलिस को मिली और फिर पुलिस ने मामले की तहकीकात कर ज्योति के परिजनों को इसकी सूचना दी. आलमनगर थानाध्यक्ष ने पूरी जानकारी देते हुए बताया कि लड़की सहरसा जिले के बरूआरी की मूल निवासी है और वर्तमान में सहरसा वार्ड नं. 2 में रह रही थी. कल माँ ने किसी बात पर ज्योति को डांटा तो ज्योति घर से निकल गई और भटक कर आलमनगर पहुँच गई. आज ज्योति के ननिहाल कर्णपुर, सुपौल से उसके मामा पवन मुखिया आलमनगर थाना पहुंचे जहाँ पूरी जांच पड़ताल के बाद ज्योति को उन्हें सुपुर्द कर दिया गया.
(नि.सं.)
भटकी ज्योति को मिला उसका परिवार: माँ की डांट पर निकल गई थी घर से
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 30, 2016
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