मधेपुरा जिले के बिहारीगंज बिजली विभाग में मानव बल के रूप में कार्यरत धीरज कुमार जायसवाल की मौत के बाद मिले 'सुसाइड नोट' में मृतक ने अपनी मौत का जिम्मेवार अपने अधिकारियों की प्रताड़ना को माना है. धीरज की मौत पर आक्रोशित लोगों ने बिहारीगंज जवाहर चौक पर एम्बुलेंस में शव को रखकर जाम कर दिया.
मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में स्पष्ट लिखा है कि उसके विभागीय एसडीओ व कंनीय अंभियंता काम नहीं करने का आरोप लगाकर उसे प्रताड़ित करते थे और हटाने की धमकी देते थे तथा इसके एवज में उससे पचास हजार रूपये की मांग करते थे. उसी से तंग आकर उक्त मानव बल ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
बाते गया कि दो माह पूर्व उक्त लड़के की शादी हुई थी. जाम के कारण वाहन की लंबी कतार लग गयी. पूर्व मंत्री डा. रवीन्द्र चरण यादव ने दूरभाष पर कहा कि वे इस घटना की निन्दा करते हुए कहा सबसे पहले उसे सरकारी मुआवजा मिले साथ हीं परिवार के एक सदस्य को नौकरी और प्रताड़ित करने वाले पदाधिकारी पर आपराधिक मुकदमा दायर कर नौकरी से बर्खास्त कर उसे गिरफतार करने की मांग की. मौत का कारण जहरीली दवा पीना बताया जाता है. सासंद प्रतिनिधि गोपाल जायसवाल ने कहा कि जबतक उचित मुआवजा व दोषियों के खिलाफ कारवाई नहीं होगी तबतक आन्दोलन जारी रहेगा.
उधर आरोप के बावत बिजली विभाग के उदाकिशुनगंज एसडीओ अमित विजय ने मधेपुरा टाइम्स को फोन पर कहा कि उनपर लगाये आरोप पूरी तरह गलत है. जांच से ये भी पता चल जाएगा कि सुसाइड नोट किसने लिखा है. जाहिर है एक व्यक्ति की जान गई है और अधिकारी पर लगे आरोप गंभीर व शर्मनाक है, तह तक निष्पक्ष जांच की आवश्यकता तो है ही.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
मृतक के पास मिले सुसाइड नोट में स्पष्ट लिखा है कि उसके विभागीय एसडीओ व कंनीय अंभियंता काम नहीं करने का आरोप लगाकर उसे प्रताड़ित करते थे और हटाने की धमकी देते थे तथा इसके एवज में उससे पचास हजार रूपये की मांग करते थे. उसी से तंग आकर उक्त मानव बल ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
बाते गया कि दो माह पूर्व उक्त लड़के की शादी हुई थी. जाम के कारण वाहन की लंबी कतार लग गयी. पूर्व मंत्री डा. रवीन्द्र चरण यादव ने दूरभाष पर कहा कि वे इस घटना की निन्दा करते हुए कहा सबसे पहले उसे सरकारी मुआवजा मिले साथ हीं परिवार के एक सदस्य को नौकरी और प्रताड़ित करने वाले पदाधिकारी पर आपराधिक मुकदमा दायर कर नौकरी से बर्खास्त कर उसे गिरफतार करने की मांग की. मौत का कारण जहरीली दवा पीना बताया जाता है. सासंद प्रतिनिधि गोपाल जायसवाल ने कहा कि जबतक उचित मुआवजा व दोषियों के खिलाफ कारवाई नहीं होगी तबतक आन्दोलन जारी रहेगा.
उधर आरोप के बावत बिजली विभाग के उदाकिशुनगंज एसडीओ अमित विजय ने मधेपुरा टाइम्स को फोन पर कहा कि उनपर लगाये आरोप पूरी तरह गलत है. जांच से ये भी पता चल जाएगा कि सुसाइड नोट किसने लिखा है. जाहिर है एक व्यक्ति की जान गई है और अधिकारी पर लगे आरोप गंभीर व शर्मनाक है, तह तक निष्पक्ष जांच की आवश्यकता तो है ही.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
अधिकारी से तंग कर्मचारी ने की आत्महत्या: सुसाइड नोट में लिखा मौत की वजह
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 19, 2016
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