महादलित बालक को मरा समझकर फेंका

मधेपुरा जिले के  महादलित परिवार के एक चौदह वर्षीय बालक को कुछ लोगों ने जान से मारने का प्रयास किया और इसी क्रम में उसे मरा हुआ समझकर घर के आगे फेंक दिया. इस बावत पीड़ित परिजनों ने बिहारीगंज थाना में एक आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाईं है.
    मिली जानकारी के अनुसार  बिहारीगंज के वार्ड 14 निवासी बीरन देवी पति दशरथ रिषिदेव ने अपने आवेदन में लिखा है कि 25 दिसंबर शुक्रवार की सुबह उसका बेटा सुनील कुमार मरणासन्न अवस्था में श्याम यादव के घर के आगे मिला. हल्ला होने पर जब उसकी मां वहां पहुंची तो लोगों ने बताया कि श्याम यादव की पत्नी और  दो अन्य अज्ञात लोगों ने मिलकर उसके पुत्र को बुरी तरह पीटा और मरा हुआ जानकर उसे दीवार के पार फेंक दिया था. मरणासन्न बालक को स्थानीय चिकित्सक के पास इलाज के लिए लाया गया, पर गंभीर स्थिति देखकर उसे मधेपुरा रेफर कर दिया गया, जहाँ उसकी हालत गंभीर बनी हुई दिखाई देती है.
    वहीं पीड़ित से उक्त बावत पूछे जाने पर वह बोला कि उक्त महिला ने उसे अपने घर बुलाया था. इसके बाद दीपक बुझाकर उसे दो अज्ञात लोगों के साथ मारपीट कर उसे अधमरा कर दिया. बीरन देवी के अनुसार बेटे का इलाज कराने में देर के कारण उसे आवेदन देने में देर हुई. मामले की छानबीन में पुलिस जुटी है.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
महादलित बालक को मरा समझकर फेंका  महादलित बालक को मरा समझकर फेंका Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 01, 2016 Rating: 5

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