मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर जवाहर नवोदय विद्यालय में अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए 12 वीं कॉमर्स के 11 छात्रों को सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा तक विद्यालय से निलंबित कर दिया. निलंबन की खबर मिलते ही छात्रों ने जेएनवी के प्राचार्य के आवास पर हंगामा किया. विद्यालय प्रशासन और छात्र आमने सामने एक दूसरे पर दोषारोपण करते दिखे.
छात्रों ने बताया कि कॉमर्स के छात्रों को बार बार छोटी-छोटी बातों को लेकर बेवजह परेशान किया जाता है, जबकि साइंस के छात्रों की बड़ी गलती को नजरअंदाज कर दिया जाता है. आज भी बिना अभिभावक को सूचना दिये निलंबित सभी छात्रों को विद्यालय से बाहर कर दिया गया. छात्रों ने विद्यालय के पूर्व प्रभारी प्राचार्य पर सांकेतिक रूप से कई गंभीर आरोप लगाए. वही विद्यालय प्राचार्य ए.के. चौधरी ने बताया कि छात्राओं के आवेदन पर एक जांच कमिटी गठित कर कमिटी से प्राप्त प्रतिवेदन को विद्यालय अनुशासन समिति के द्वारा गंभीरता से विचार विमर्श कर मामले में संलिप्त 11 छात्रों पर कार्रवाई करने के लिए अनुशासन समिति की अनुशंसा को डीएम मो. सोहेल सह अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधन समिति के पास भेजा गया.
डीएम ने छात्रों के नुशासनहीनता पर गंभीरता से विचार करते हुए 12 वीं कॉमर्स के 11 छात्र विनोद कुमार, आलोक कुमार, सोनु कुमार, रवि राजा, अभिनंदन कुमार, सुनील कुमार, पारस कुमार, अरविंद कुमार, पप्पू कुमार, कृष्णा कुमार, राजेश कुमार को सीबीएससी बोर्ड की परीक्षा तक विद्यालय से निलंबित कर दिया है. छात्रों के भविष्य को देखते हुए सभी छात्रों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी गई है.
विद्यालय प्रशासन ने बताया कि मिनि माइग्रेशन के तहत आये 15 छात्रों में से 11 छात्रों पर कार्रवाई की गई है. वहीँ मामले की जानकारी मिलते ही बीडीओ अजीत कुमार, सीओ जय जय राम यादव, थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने घटना स्थल पर पहुंच कर आरोपी छात्रों को विद्यालय से बाहर का रास्ता दिखाया. वहीं बीडीओ अजीत कुमार ने इस मामले में अभिभावकों को डीएम से मिलने की सलाह दी. बता दें कि कॉमर्स में कुल 24 छात्र 14 छात्रा हैं, जिसमें माइग्रेशन में 15 छात्र 14 छात्रा को विद्यालय में पढने भेजा गया.
छात्रों ने बताया कि कॉमर्स के छात्रों को बार बार छोटी-छोटी बातों को लेकर बेवजह परेशान किया जाता है, जबकि साइंस के छात्रों की बड़ी गलती को नजरअंदाज कर दिया जाता है. आज भी बिना अभिभावक को सूचना दिये निलंबित सभी छात्रों को विद्यालय से बाहर कर दिया गया. छात्रों ने विद्यालय के पूर्व प्रभारी प्राचार्य पर सांकेतिक रूप से कई गंभीर आरोप लगाए. वही विद्यालय प्राचार्य ए.के. चौधरी ने बताया कि छात्राओं के आवेदन पर एक जांच कमिटी गठित कर कमिटी से प्राप्त प्रतिवेदन को विद्यालय अनुशासन समिति के द्वारा गंभीरता से विचार विमर्श कर मामले में संलिप्त 11 छात्रों पर कार्रवाई करने के लिए अनुशासन समिति की अनुशंसा को डीएम मो. सोहेल सह अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधन समिति के पास भेजा गया.
डीएम ने छात्रों के नुशासनहीनता पर गंभीरता से विचार करते हुए 12 वीं कॉमर्स के 11 छात्र विनोद कुमार, आलोक कुमार, सोनु कुमार, रवि राजा, अभिनंदन कुमार, सुनील कुमार, पारस कुमार, अरविंद कुमार, पप्पू कुमार, कृष्णा कुमार, राजेश कुमार को सीबीएससी बोर्ड की परीक्षा तक विद्यालय से निलंबित कर दिया है. छात्रों के भविष्य को देखते हुए सभी छात्रों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी गई है.
विद्यालय प्रशासन ने बताया कि मिनि माइग्रेशन के तहत आये 15 छात्रों में से 11 छात्रों पर कार्रवाई की गई है. वहीँ मामले की जानकारी मिलते ही बीडीओ अजीत कुमार, सीओ जय जय राम यादव, थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने घटना स्थल पर पहुंच कर आरोपी छात्रों को विद्यालय से बाहर का रास्ता दिखाया. वहीं बीडीओ अजीत कुमार ने इस मामले में अभिभावकों को डीएम से मिलने की सलाह दी. बता दें कि कॉमर्स में कुल 24 छात्र 14 छात्रा हैं, जिसमें माइग्रेशन में 15 छात्र 14 छात्रा को विद्यालय में पढने भेजा गया.
मधेपुरा: नवोदय विद्यालय से 11 छात्रों को किया निलंबित, छात्रों ने किया हंगामा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 01, 2015
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