'बेटी है तो कल है': सिर्फ उत्तर बिहार में खुले सुकन्या योजना के 1.20 लाख खाते

सुपौल-पीएम की महत्वाकांक्षी सुकन्या योजना पूरे उत्तर बिहार में काफी लोकप्रिय है. एक लाख बीस हजार लोगों ने सुकन्या योजना में अपनी बेटी की बेहतर भविष्य की खुलवाया है.

      यह बातें उत्तर बिहार के पोस्टमास्टर जेनरल जितेंद्र गुप्ता ने कही, जो सुपौल प्रधान डाकघर का जायजा लेने शुक्रवार को पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि अकेले सहरसा प्रमंडल में बारह हजार खाते सुकन्या योजना के खुले है. 

       वहीं उन्होंने सुपौल डाकघर को प्रधान डाकघर का दर्जा मिलने के बाद आमलोगों को होनेवाले फायदे के बारे में बताया. कहा कि पूरे सुपौल जिले के सभी डाकघरों को सहरसा प्रधान डाकघर पर निर्भर नहीं रहना पडेगा. अब लोगों की सारी मुश्किलें सुपौल में ही हल कर दी जायेगी. साथ ही डाकघर के कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. 
      इस मौके पर डाक अधीक्षक शलेंद्र मिश्रा भी मौजूद थे. 
'बेटी है तो कल है': सिर्फ उत्तर बिहार में खुले सुकन्या योजना के 1.20 लाख खाते 'बेटी है तो कल है': सिर्फ उत्तर बिहार में खुले सुकन्या योजना के  1.20 लाख  खाते Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 11, 2015 Rating: 5

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