सुराख नहीं हो सकता,
एक पत्थर तो तबियत से
एक पत्थर तो तबियत से
उछालो यारों’- दुष्यंत कुमार
मधेपुरा जिला मुख्यालय के टीपी कॉलेज परिसर में आज हिन्दी के प्रथम गजलगो और मशहूर शायर दुष्यंत कुमार की याद में आयोजित कवि सम्मलेन-मुशायरा सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन करते बीएनएमयू के संस्थापक कुलपति पूर्व सांसद और साहित्यकार डॉ. रामेन्द्र कुमार रवि ने दुष्यंत कुमार की रचनाओं और कृतियों पर प्रकाश डालते हुए उन्हें महान शायर बताया.
मधेपुरा में दो दशक पुरानी साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के एक सार्थक मंच के रूप में स्थापित नागरिक संसद द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जनकवि शम्भू नाथ अरूणाभ कर रहे थे जबकि मुख्य अतिथि बी.एन.एम.यू. के हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. इंद्र नारायण यादव थे. संस्था के सचिव साहित्यकार और औषधीय पौधों पर अद्भुत जानकारी रखने वाले शम्भू शरण भारतीय ने मंच सञ्चालन कर रहे थे. कार्यक्रम में उपस्थित दर्जनों कवियों ने दुष्यंत कुमार को समर्पित कविताओं और मुशायरे का पाठ किया. नागरिक संसद के अध्यक्ष आद्यानंद यादव की कविता’ सड़क से सड़क तक’ भी खूब सराही गई. आत्मा के परियोजना निदेशक राजन बालन की हास्य कविता ' बाईं आँख चल गई' पर श्रोताओं की खूब तालियां बजी.
कार्यक्रम के दूसरे चरण में मधेपुरा के कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, समाचार पत्र के ब्यूरो समेत सफल आयुर्वेद चिकित्सक और औषधि अनुसंधानकर्ता के रूप में जिले में महत्वपूर्ण स्थान बनाने वाली मधुमाला कुमारी को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित लोग अंत तक जमे रहे.
मशहूर शायर दुष्यंत की याद में मधेपुरा में कवि सम्मलेन और सम्मान समारोह
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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December 30, 2015
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