जब बजा माधव का क्लार्नेट तो ठहर गया वक्त: दिखे कई आँखों में आंसू

मधेपुरा के ग्रामीण क्षेत्र की बड़ी सख्सियत क्लार्नेट वादक माधव प्रसाद यादव की प्रतिभा ने कल उस समय सबको भावुक कर डाला जब समिधा ग्रुप में आयोजित लप्रेक लेखक गिरीन्द्रनाथ झा की पुस्तक ‘इश्क में माटी सोना’ पर एक कार्यक्रम में माधव का क्लार्नेट बजा.
    कार्यक्रम की शुरुआत में ही मधेपुरा टाइम्स की रिपोर्ट से अचानक सुर्ख़ियों में आए मधेपुरा के शंकरपुर प्रखंड के लालपुर गढ़ी टोला के माधव प्रसाद यादव से अपनी कला का जादू प्रदर्शित करने का अनुरोध किया गया. 78 वर्षीय कला के इस महान पुजारी ने जब क्लार्नेट पर ‘ए मेरे वतन के लोगों, जरा आँख में भर लो पानी....’ की धुन बजाई तो वातावरण अचानक शांत हो गया. कक्ष में मौजूद सभी साहित्यकार और छात्र-छात्राओं ने जब करीब 8 मिनट के इस देशभक्ति गाने की धुन सुना तो अधिकांश आँखों ने सचमुच पानी भर आया और आंसू छलकते दिखे. धुन के अंत में सभी खड़े होकर तालियाँ बजाते रहे.
    प्रस्तुति के बाद जब प्रसिद्ध ब्लॉगर और लेखक गिरीन्द्रनाथ झा ने भी धुन के दौरान कई बार आँखें भर आने की बात कहते हुए माधव प्रसाद यादव के प्रति अपनी भावना व्यक्त की और उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद माँगा तो माधव भी भावविभोर होकर उनसे लिपट गए. कार्यक्रम के आयोजक संदीप शांडिल्य की तरफ से इस बुजुर्ग कलाकार को सम्मानित भी किया गया.
    जाहिर था, बड़े मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मानित होने के इस क्षण को किसी भी ऐसे शख्स के लिए भूलना कठिन होगा, जिनकी बेमिसाल क्षमता और प्रतिभा कला और संस्कृति के राजनीतिकरण के इस दौर में पहचान के संकट के लिए तरस रही हो.
(ब्यूरो रिपोर्ट)
जब बजा माधव का क्लार्नेट तो ठहर गया वक्त: दिखे कई आँखों में आंसू जब बजा माधव का क्लार्नेट तो ठहर गया वक्त: दिखे कई आँखों में आंसू Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 31, 2015 Rating: 5

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