मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड के लौआलगान में आज सुबह एक जंगली नीलगाय मरी हुई पाई गई. लोगों का मानना है कि अभी किसान अपने खेतों में कीड़ा लगने की वजह से कीटनाशक दवा का इस्तेमाल करते हैं और कीटनाशक दवायुक्त मक्के की फसल खाकर इसकी मौत हो सकती है.
मिली जानकारी के अनुसार चौसा के बहियार या जंगली इलाके से भटकते हुए दुर्भाग्यवश यह नीलगाय लौआलगान के मुस्लिम मोहल्ला मुर्गिया टोला में दवा के नशे में आकर गिर गई और दम तोड़ दिया. बताते हैं कि वक़्त सुबह करीब 7 बजे का था और जिस समय गाय वहां आकर गिरी उस समय दोनों समुदाय के लोग चौक पर मौजूद थे. लोगों ने इसकी जानकारी तुरंत ही प्रशासन को दी. जानकारी मिलते ही चौसा के बीडीओ मिथलेश बिहारी वर्मा, चौसा सीओ अजय कुमार, चौसा थाना अध्यक्ष सुमन कुमार अपने दलबल के साथ मौके पर पहुँचे और और स्थिति को देखा. फिर इसकी सूचना उदाकिशुनगंज अनुमंडल के एसडीपीओ रहमत अली तथा एसडीओ मुकेश कुमार को दी गई. मौके पर एसडीओ मुकेश कुमार भी पहुँचे.
वैसे तो नीलगाय के शरीर पर किसी भी तरह के चोट या जख्म के निशान नहीं थे, फिर भी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. वहां मौजूद लौआलगान पश्चिमी पंचायत के मुखिया प्रतिनिध शशि भूषण सिंह, लौआलगान के सरपंच निवासचंद्र यादव ,लौआलगान पूर्व के पूर्व मुखिया मुर्शिद आलम का कहना था कि इस मौसम में अक्सर लौआलगान में नीलगाय देखने को मिलता है और हो सकता है कि अभी और भी नीलगाय बहियार में हो.
मिली जानकारी के अनुसार चौसा के बहियार या जंगली इलाके से भटकते हुए दुर्भाग्यवश यह नीलगाय लौआलगान के मुस्लिम मोहल्ला मुर्गिया टोला में दवा के नशे में आकर गिर गई और दम तोड़ दिया. बताते हैं कि वक़्त सुबह करीब 7 बजे का था और जिस समय गाय वहां आकर गिरी उस समय दोनों समुदाय के लोग चौक पर मौजूद थे. लोगों ने इसकी जानकारी तुरंत ही प्रशासन को दी. जानकारी मिलते ही चौसा के बीडीओ मिथलेश बिहारी वर्मा, चौसा सीओ अजय कुमार, चौसा थाना अध्यक्ष सुमन कुमार अपने दलबल के साथ मौके पर पहुँचे और और स्थिति को देखा. फिर इसकी सूचना उदाकिशुनगंज अनुमंडल के एसडीपीओ रहमत अली तथा एसडीओ मुकेश कुमार को दी गई. मौके पर एसडीओ मुकेश कुमार भी पहुँचे.
वैसे तो नीलगाय के शरीर पर किसी भी तरह के चोट या जख्म के निशान नहीं थे, फिर भी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. वहां मौजूद लौआलगान पश्चिमी पंचायत के मुखिया प्रतिनिध शशि भूषण सिंह, लौआलगान के सरपंच निवासचंद्र यादव ,लौआलगान पूर्व के पूर्व मुखिया मुर्शिद आलम का कहना था कि इस मौसम में अक्सर लौआलगान में नीलगाय देखने को मिलता है और हो सकता है कि अभी और भी नीलगाय बहियार में हो.
मधेपुरा: मृत अवस्था में मिली नीलगाय: भेजी गई पोस्टमार्टम को
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 05, 2015
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