101 साल की सुखो देवी ने ली मतदान के बाद 'सेल्फी': मधेपुरा में बुजुर्गों के उत्साह की ये तस्वीरें कहती है कुछ ख़ास
मधेपुरा जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों के कई बूथों पर से आई तस्वीरें ये बताने के लिए काफी हैं कि कोई कुछ कहे, लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान बहुत जरूरी होता है.
बिहारीगंज पंचायत की सुखो देवी की उम्र 101 साल बताई जाती है. भारत की आजादी को देखा और 1952 में हुए पहले आम चुनाव में वोट भी गिराया. अपनी सरकार चुनी और तब से चाहे वो लोकसभा चुनाव हो
या विधानसभा, वोटिंग हर हाल में करती है. इस बार भी बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट डाली और पोते को ‘सेल्फी’ लेने को बोली.
जिले में बूढ़े-बुजुर्गों में भी मतदान का उत्साह खूब दिखा. कहीं नाक में पाइप लगे बीमार बुजुर्ग को खटिया पर उठाकर लाया गया तो कहीं मोटरसायकिल पर बिच में बिठाकर. कहीं वृद्धा को बेटे-पोते ने गोद में उठाकर लाया तो कहीं उम्र से झुकती कमर लेकर बुजुर्ग मतदान केंद्र तक पहुंचे. कई जगह तो वरिष्ठ नागरिक दम्पति ने साथ आकर लोकतंत्र में आस्था व्यक्त की.
आलमनगर, पुरैनी और गम्हरिया से आई तस्वीरें वैसी सोचवाले लोगों के मुंह पर एक तमाचा है जो ‘नोटा’ जैसे विकल्प आने के बाद भी वोट डालने नहीं जाते हैं. लोकतंत्र के इस महापर्व को मनाने से कई लोगों को गुरेज है, पर सरकारी लाभ भी जब बात आती है तो वहां संविधान और लोकतान्त्रिक व्यवस्था में भरोसा नजर आने लगता है.
(रिपोर्ट: रानी देवी, प्रेरणा किरण, अख्तर वसीम, डिक्शन राज)
बिहारीगंज पंचायत की सुखो देवी की उम्र 101 साल बताई जाती है. भारत की आजादी को देखा और 1952 में हुए पहले आम चुनाव में वोट भी गिराया. अपनी सरकार चुनी और तब से चाहे वो लोकसभा चुनाव हो
या विधानसभा, वोटिंग हर हाल में करती है. इस बार भी बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र में अपना वोट डाली और पोते को ‘सेल्फी’ लेने को बोली.जिले में बूढ़े-बुजुर्गों में भी मतदान का उत्साह खूब दिखा. कहीं नाक में पाइप लगे बीमार बुजुर्ग को खटिया पर उठाकर लाया गया तो कहीं मोटरसायकिल पर बिच में बिठाकर. कहीं वृद्धा को बेटे-पोते ने गोद में उठाकर लाया तो कहीं उम्र से झुकती कमर लेकर बुजुर्ग मतदान केंद्र तक पहुंचे. कई जगह तो वरिष्ठ नागरिक दम्पति ने साथ आकर लोकतंत्र में आस्था व्यक्त की.
आलमनगर, पुरैनी और गम्हरिया से आई तस्वीरें वैसी सोचवाले लोगों के मुंह पर एक तमाचा है जो ‘नोटा’ जैसे विकल्प आने के बाद भी वोट डालने नहीं जाते हैं. लोकतंत्र के इस महापर्व को मनाने से कई लोगों को गुरेज है, पर सरकारी लाभ भी जब बात आती है तो वहां संविधान और लोकतान्त्रिक व्यवस्था में भरोसा नजर आने लगता है.
(रिपोर्ट: रानी देवी, प्रेरणा किरण, अख्तर वसीम, डिक्शन राज)
101 साल की सुखो देवी ने ली मतदान के बाद 'सेल्फी': मधेपुरा में बुजुर्गों के उत्साह की ये तस्वीरें कहती है कुछ ख़ास
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 06, 2015
Rating:
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 06, 2015
Rating:


No comments: