एक तरफ जहाँ देश में कई नेता समेत अनेक लोग देश को जात और धर्म के नाम पर बाँट कर अपना उल्लू सीधा करने के प्रयास में रहते हैं, वहीँ मधेपुरा जिला में एक जगह ऐसा भी है जहाँ हिन्दू-मुस्लिम सद्भाव का अनोखा उदहारण पेश किया जाता है.
जिले के चौसा प्रखंड मुख्यालय में एक ही मैदान में लगने वाले दुर्गापूजा और मुहर्रम के मेले में दोनों समुदाय के लोग शिरकत करते हैं और देश-दुनियां को एक-दूसरे के धर्म का आदर करने की सीख दे जाते हैं.
चौसा के जनता हाई स्कूल के मैदान में एक साथ मेला लगाने की परंपरा है और मेला लगाने तक में भी दोनों समुदाय के लोग एक-दूसरे की जमकर मदद करते हैं.
देख जाय तो सर्वधर्म सद्भाव भारत वर्ष की महान सांस्कृतिक परंपरा रही है और ऐसे में चौसा के इस मेले की चर्चा दूर-दूर तक होना लाजिमी ही है.
जिले के चौसा प्रखंड मुख्यालय में एक ही मैदान में लगने वाले दुर्गापूजा और मुहर्रम के मेले में दोनों समुदाय के लोग शिरकत करते हैं और देश-दुनियां को एक-दूसरे के धर्म का आदर करने की सीख दे जाते हैं.
चौसा के जनता हाई स्कूल के मैदान में एक साथ मेला लगाने की परंपरा है और मेला लगाने तक में भी दोनों समुदाय के लोग एक-दूसरे की जमकर मदद करते हैं.
देख जाय तो सर्वधर्म सद्भाव भारत वर्ष की महान सांस्कृतिक परंपरा रही है और ऐसे में चौसा के इस मेले की चर्चा दूर-दूर तक होना लाजिमी ही है.
साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल है चौसा: दुर्गापूजा और मुहर्रम मेला एकसाथ
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 25, 2015
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