मधेपुरा नगर परिषद् के वार्ड नं. 5, जयप्रकाश नगर से
गत 25 मई को गायब हुए बच्चे राज की वापसी कई सवालों को पीछे छोड़ गया है.
राज
अपने मामा के साथ पश्चिम बंगाल आम खाने चला गया था. इधर अभिभावकों के उसकी
गुमशुदगी की खबर मधेपुरा थाना को देते हुए कहा था कि राज नदी के किनारे खेल रहा
था, अचानक गायब हो गया. पिता ने यहाँ तक कहा था कि उसने अपने सारे सम्बन्धियों को
इसकी सूचना भेज दी है, पर कहीं से कुछ पता नहीं चला.
राज के
वापस आने पर जो कहानी सामने आई है, वो अभिभावक की बड़ी लापरवाही दर्शाता है. राज
अपने मधेपुरा के एक मामा के साथ पश्चिम बंगाल आम खाने गया था. थानाध्यक्ष मनीष
कुमार बताते हैं कि राज अपने मामा के साथ ही रहकर पढ़ाई करता था.
यहाँ
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि बच्चे के गायब होने पर पिता ने लड़के के मामा से उसके
बारे में क्यों नहीं पूछा और मामा भी कैसा मामा था कि बच्चे को बाहर ले जाने के समय उसने बच्चे को माता-पिता को इस्कीई सूचना क्यों नहीं दी? नाहक समाज, मीडिया और पुलिस को सरदर्द देने वाले ऐसे
अभिभावकों के साथ ‘भेडिया
आया- भेडिया आया’ वाली
कहानी दुहराई चली जाती है तो लापरवाही का खामियाजा सबसे ज्यादा उन्हें ही भुगतना
पड़ेगा.
लापरवाह अभिभावक और बच्चे बन रहे समाज पुलिस के लिए सरदर्द: मिल गया राज
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 01, 2015
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