टाइम्स कार्यालय में कटा केक: टीम के सदस्यों ने कहा हमें गर्व है कि हम मधेपुरा टाइम्स से हैं जुड़े, बनी नई कविता “हूँ आईना सच का”
करोड़ों का भरोसा जीत चुके मधेपुरा टाइम्स की पांचवीं
वर्षगाँठ पर 21 मार्च को कार्यालय में दिन भर जश्न का माहौल रहा. टीम के सदस्यों
ने जहाँ केक काटकर वर्षगाँठ मनाई वहीँ आगे और लोगों के भरोसे पर उतरने का संकल्प
भी लिया. सदस्यों ने कहा कि आज हमें गर्व है कि हम इस बेबाक, निष्पक्ष और लोकप्रिय इंटरनेट अखबार के साथ हैं. देश-विदेश के पाठकों के शुभकामना सन्देश अभी तक आ रहे हैं और हम इस अनोखे
ऑनलाइन अखबार के बारे में कुछ और चर्चित लोगों की प्रतिक्रियाएं आप तक पहुंचाएंगे.
मौके पर
मधेपुरा टाइम्स टीम के सदस्य दीपक यादव ने मधेपुरा टाइम्स की पांचवीं वर्षगाँठ पर
इसके सम्मान में एक कविता तैयार की है, “हूँ आईना सच का”, जो इस तरह है-
सच्ची सोच और दृढ संकल्प लिए,
था संभाला जब मोर्चा.
सोचा न था इतनी ख्याति मिलेगी कभी.
हर जुबां, हर फ़लक पर हमारा नाम होगा.
थे इरादे नेक,
हौसले बुलंद.
जिसने बिछाये थे काटें राहों में.
उसी ने लिए हैं अब फूल हाथों में.
मुश्किलों में भी घिरा.
पर साहस न गिरा.
मिला प्यार इतना अपनों का.
कि पतझड़ भी लगा बहार भरा.
देखा न गया बेबसों पर अत्याचार.
कलम की ताक़त को बनाया हथियार.
उथल-पुथल सी रही अब तक की डगर.
आपके स्नेह और आशीर्वादों से.
जरुर पूरा होगा अपना सफ़र.
थर-थरा जाती है,
बड़े-बड़े बेईमानों की ज़मीर.
थामता हूँ जब कलम.
दिखता नहीं कोई गरीब-अमीर.
कोई ऐसा पत्थर न बना.
जो तोड़ दे इस आईने को.
इस आईने से सच ही दिखाऊंगा.
क्योंकि..
हूँ मैं
‘आईना सच का’.
टाइम्स कार्यालय में कटा केक: टीम के सदस्यों ने कहा हमें गर्व है कि हम मधेपुरा टाइम्स से हैं जुड़े, बनी नई कविता “हूँ आईना सच का”
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 22, 2015
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सहरसा टाईम्स परिवार की ओर से मधेपुरा टाईम्स के पाँचवी वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई और उस शख्श को बहुत बहुत शुक्रिया जिन्होंने मधेपुरा जैसे जगहों से न्यूज़ वेब पोर्टल का आगाज कर वेब की दुनिया में अपना अलग पहचान बनाया। ………… चन्दन सिंह, सहरसा टाईम्स। एडमिन।
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