26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के
रूप में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत आने का मधेपुरा में भाकपा ने जमकर विरोध
किया है. मधेपुरा में आज भाकपा कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर विरोध मार्च किया और
मोदी-ओबामा का पुतला भी जलाया.
मधेपुरा
जिला मुख्यालय के बी० पी० मंडल चौक पर पुतला दहन का नेतृत्व कर रहे भारतीय
कम्यूनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि अमेरिका
साम्राज्यवाद एवं आतंकवाद का सरगना है. उदारीकरण एवं निजीकरण की जननी है. अमेरिकी
साम्राज्यवाद ने जो आतंकवाद पैदा किया वह दुनियां के लिए खतरनाक साबित हो रहा है.
भाकपा नेता श्री प्रभाकर ने कहा कि अमेरिकी परस्त नीतियों से दुनियां की श्रमजीवी
जनता तबाह व बर्बाद हो रही है. उन्होंने अमेरिकी साम्राज्यवाद को दुनियां का सबसे
बड़ा आतंकी करार देते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ओबामा को
गणतंत्र दिवस पर आमंत्रित करने को भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन बताया.
भाकपा
के नव निर्वाचित जिला मंत्री विद्याधर मखिया ने कहा कि अमेरिका ने बिन लादेन जैसे
आतंकी को पैदा किया, जिसने भारत के खिलाफ हमेशा पाकिस्तान को उकसाया, अमेरिका भारत
का सबसे बड़ा दुश्मन है.
मौके पर
भाकपा कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी-शर्म करो, बराक ओबामा वापस जाओ अदि ने नारे
लगाये. भाकपा के वरीय नेता रमण कुमार, बीरेन्द्र नारायण सिंह, नवीएँ कुमार,
शैलेन्द्र कुमार, युवा नेता शम्भू क्रान्ति, छात्र नेता वसीमुद्दीन उर्फ नन्हे,
भाकपा नेता प्रो० ललन कुमार मंडल, दिलीप पटेल आदि ने कहा कि मोदी अमेरिका के
पिछलग्गू हैं. ओबामा अमेरिकी कंपनी को भारत का बाजार उपलब्ध करने आ रहे हैं और वह
भारत को लूटने की व्यवस्था सुनिश्चित करेगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति का भारत आने का विरोध: मधेपुरा में मोदी-ओबामा का पुतला दहन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 24, 2015
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