मधेपुरा में धर्मान्तरण का खेल ?: भाजपा ने जताया विरोध तो चर्च के संत हुए फरार

मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में सीधे-साधे लोगों को धर्मांतरण के पाठ पढ़ाने का खेल वर्षों से जारी था पर  इस बात की भनक न तो क्षेत्र के लोगों को थी और न ही प्रशासन को.
         गुप्त रूप से चलाये जा रहे इस धंधे का खुलासा तब हुआ जब गत बुधवार को बीजेपी के कुछ नेताओं ने उदाकिशुनगंज के वार्ड संख्यां 9 में गुप्त रूप से चलाए जा रहे चर्च में पहुंचकर धर्मांतरण का विरोध किया. भाजयुमो के जिलाध्यक्ष मंटू यादव तथा उनके समर्थकों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने जोरदार विरोध किया. मामला खुला तो कथित चर्च के कथित संत फरार हो गये. अब चर्चा जोरों पर है हालांकि जिन लोगो पर धर्मांतरण के आरोप लगे हैं, वे मुकर रहे है. दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन भी मामले से पूरी तरह अनभिज्ञता जाहिर कर रहे है.

कहाँ से हुई मामले की शुरुआत?: उदाकिशुनगंज के इस इलाके में लोगों को प्रभू यीशु के बारे में जानकारी नही थी. जब मुख्यालय के जनवितरण प्रणाली विक्रेता शम्भू और उसके परिवार जुड़े तो उदाकिशुनगंज वार्ड नंबर 9 के लोग भी प्रभावित होकर यीशु की पूजा करना शुरू कर दिये. बताया जाता है कि पुरैनी के बथनाहा गांव में चर्च बना. जहां इस इलाके के एक व्यक्ति के उस गांव में रिस्तेदारी होने के कारण छाया यहां भी पड गई.
       पुरैनी के कुरसंडी पंचायत के बथनाहा गांव में विगत डेढ वर्षों से संस्था चलाने की बात सामने आई है. उक्त चर्च के संचालक डा. लखन लाल पंडित बताते है कि उसने बाईबिल की किताब पढ कर संस्था चलाना शुरू किया था. संस्थान में घर्मांतरण का पाठ नही पढाया जाता है. आस्थावश लोग यहां पहुंचते है और प्रभू यीशु के प्रार्थना सभा में भाग लेते हैं.

दूर-दूर से आते हैं भक्त: बथनाहा गांव के चर्च में कई जिले के भक्त पहुंचते है. गुरुवार को जब क्रिसमस डे का आयोजन हो रहा था तो चर्च में भक्तों की बडी भीड़ देखी गई. जहां भागलपुर जिले के अंजन देवी, सदानंद सिंह, रीता देवी, जयप्रकाश सिंह, सूरज कुमार, सुशीला देवी, निर्जला देवी, पुरैनी क्षेत्र के सातवीं कक्षा की सोल्जर कुमारी ग्यारहवीं कक्षा के स्मिता बारहवीं की ऋचा, दैवैल गांव के पानो देवी तुरंती शर्मा, शंकर शर्मा, सहरसा के भरत यादव, पूर्णियां के नागेश्वर मंडल, अनिता देवी, उर्मिला देवी खगडिया जिले के गोविंद कुमार सहित जिले बडी संख्या में पहुंचे भक्तों ने बताया कि वे प्रभु यीशु में आस्था जताते है जहां उनकी इच्छाएं पूरी होती है.

संदिग्ध व्यक्ति कुणाल या आकाश?: उदाकिशुनगंज के चर्च में संत के रुप में काम कर रहे उड़ीसा के गजपति जिले के कृष्णचन्द्रपुर गांव के आकाश पाणी इलाके में कई नामो से जाने जाते थे. इस बात का खुलासा पुरैनी के बथनाहा गांव के चर्च संचालक डा. लखन लाल पंडित ने किया. उन्होने बताया कि पहले वह उनके चर्च पर पहुंचे थे जहां वह कुणाल के नाम से जाना जाता था. कुणाल के बारे में बताया गया कि वह बथनाहा के चर्च में भक्तो को धर्म परिवर्तन का पाठ पढाया करता था. प्रार्थना सभा में आने वाली महिलाओ को वह मांग में सिन्दूर लगाने से मना करता था और देवी देवताओ की पूजा करने से भी परहेज करने का दबाव देते थे. उसके संदिग्ध आचरण से यहां के भक्तगण काफी परेशान थे. जिस कारण उसे यहां से भगा दिया गया. जिसके बाद कुणाल   उदाकिशुनगंज में आकाश के नाम से चर्चित हुआ.
मधेपुरा में धर्मान्तरण का खेल ?: भाजपा ने जताया विरोध तो चर्च के संत हुए फरार मधेपुरा में धर्मान्तरण का खेल ?: भाजपा ने जताया विरोध तो चर्च के संत हुए फरार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 26, 2014 Rating: 5

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