मधेपुरा में अपराध नियंत्रण में उल्लेखनीय सफलता (भाग-1): टॉप टेन में से चार समेत पांच दर्जन से अधिक अपराधी इस वर्ष पहुँच गए सलाखों के पीछे
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अपराध
नियंत्रण में मधेपुरा पुलिस की कार्यशैली कुछ अलग हट के है. इस वर्ष जिले के
वांछित अपराधियों की सूची में दस ऐसे नाम रखे गए थे जो आम लोगों सहित पुलिस के लिए
भी सिरदर्द बने हुए थे. मधेपुरा पुलिस के लिए इनकी गिरफ्तारी अत्यंत ही आवश्यक थी.
मधेपुरा के
पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार सिंह के नेतृत्व में बनाई रणनीति के तहत इन
टॉप टेन कुख्यातों पर नकेल कसने के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें तैयार की गई.
अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाने लगी और कहते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण
भूमिका सूत्रों की रही और एक-एक कर टॉप टेन के चार कुख्यात अपराधी को मधेपुरा
पुलिस ने जिन्दा गिरफ्तार करने में सफलता पा ली. जाहिर था ये सिर्फ अपराधी ही
नहीं, बल्कि हत्या, लूट, हत्या के प्रयास और रंगदारी जैसे वारदातों को अंजाम देने
वाले गिरोह के सरगना भी थे और इनकी गिरफ्तारी से इनके गिरोह के बाकी सदस्यों का
मनोबल टूटा और इनके इलाके में अपराध में उल्लेखनीय कमी स्पष्ट दिखने लगी. (क्रमश:)
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(अगले भाग में: कौन थे ये टॉप टेन के चार कुख्यात अपराधी
जिन्हें मधेपुरा पुलिस ने पहुँचाया सलाखों के पीछे ?)
मधेपुरा में अपराध नियंत्रण में उल्लेखनीय सफलता (भाग-1): टॉप टेन में से चार समेत पांच दर्जन से अधिक अपराधी इस वर्ष पहुँच गए सलाखों के पीछे
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 26, 2014
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