पहली नजर का था प्यार: कुरसेला के कोशी धार में फेकी गयी प्रेमिका का घर बसाने के लिए राजी हैं प्रेमी के परिजन

गत रविवार को कुरसेला पुल से परिजनों के द्वारा कोशी नदी में एक निर्दय पिता के द्वारा अपनी ही बेटी को कुरसेला पुल से कोशी धार में फेंके जाने के बाद लड़की ने किसी तरह घंटों तैर कर अपनी जान तो बचा ली, मगर घटना बिहार में चर्चा का विषय बन गया. लड़की के खुलासे ने जहाँ एक निर्दय बाप की करतूत उजागर कर दी वहीँ ये मामला प्रेम सम्बन्ध का निकला. लड़की का आरोप था कि प्रेम सम्बन्ध का विरोध कर रहे पिता ने उसे डॉक्टर से दिखाने के बहाने ले गया और कुरसेला पुल से नीचे नदी में फेंक दिया.
इस घटना का मधेपुरा कनेक्शन यह है कि प्रेमी और प्रेमिका दोनों ही मधेपुरा जिले के ही हैं. मामले में नया पहलू यह है कि प्रेमी के परिजन दोनों का घर बसाने को राजी हैं. घटना में लड़के का कसूर सिर्फ इतना है कि वह गरीब परिवार का बेटा है और लडकी एक अमीर घर की बेटी है. लेकिन इन दोनों का प्यार इतना गहरा है कि दोनों के परिजन इनके सामने मोम साबित हो रहे हैं.

लव-स्टोरी का सारांश: प्रेमी सुभाष के अनुसार वह अपने गाँव चौसा पूर्वी के टपूआ टोला से 2013 में गाँव के ही भविक्षण मंडल के पुत्र फूलदेव मंडल की शादी में आलमनगर थाना क्षेत्र के गनोल गाँव बारात गया था. और यहीं से शुरू हुई दोनो की प्रेम कहानी. वहा रतवारा ओपी क्षेत्र के कोदरा घाट के संजय मंडल के पुत्री पूजा कुमारी उसी शादी में ननिहाल आयी थी. सुभाष ने बताया कि वहीं पहली नजर में ही दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे और साथ जीने-मरने की कसमें भी खा ली थी. इसके बाद ये दोनो आलमनगर के ही गंगापुर, सोना मुखी बाजार आदि जगहों पर कई बार मिले. पूजा के प्रेम में दीवाना सुभाष ने मधेपुरा टाइम्स से विशेष बातचीत में बताया कि शादी की बात पक्की होने के बाद सुभाष ने मैट्रीक कि परीक्षा दी और परीक्षा के बाद दिल्ली चला गया. इसी बीच पूजा अपने परिवार वालों पर सुभाष से शादी कराने की जिद करने लगी. इसी दौरान पूजा के माता-पिता ने फोन से सुभाष को दिल्ली से अपने गाँव बुलाया. लेकिन सुभाष पूजा के माता-पिता से मिलने से पहले गंगापुर में पूजा से मिलने गया और इस बात की भनक पूजा के परिवार वालों को लग गई और वे आग-बबूला हो उठे. पर जब तक पूजा के परिवार वाले उस स्थान पर आते तब तक सुभाष वहाँ से अपनी जान बचा कर भाग निकला और भाग कर वह पुनः दिल्ली चला गया.
 लेकिन पूजा की जिद के सामने एकबार पूजा के परिजन शादी के लिये तैयार हुए पर जब उन्हें ये पता चला कि सुभाष गरीब लड़का है वे अपनी बेटी की शादी वहाँ  करने से इनकार कर दिया. और फिर इसी बीच 21 सितम्बर को पूजा के पिता अपनी तथाकथित इज्जत बचाने के लिए पूजा को इलाज के बहाने ले गए और कुरसेला पुल पर से धकेल दिया, पर पूजा बच गई.
सुभाष ने कहा कि जियेंगे तो पूजा के लिये और मरेंगे भी तो पूजा के लिये. इतना ही नहीं सुभाष के पिता जबनी मंडल और माता रेखा देवी, नाना जगदीश मंडल ओर फुफा पटवारी मंडल, मुखिया पति अभिनंदन मंडल समेत ग्रामीणों आदि दोनों की शादी कराने के लिए तैयार हैं और उन्हें अब इन्तजार है तो बस पूजा के उनके घर दुल्हन बनकर आने का.
पहली नजर का था प्यार: कुरसेला के कोशी धार में फेकी गयी प्रेमिका का घर बसाने के लिए राजी हैं प्रेमी के परिजन पहली नजर का था प्यार: कुरसेला के कोशी धार में फेकी गयी प्रेमिका का घर बसाने के लिए राजी हैं प्रेमी के परिजन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 23, 2014 Rating: 5

1 comment:

  1. चाहत तेरी पहचान है मेरी ,
    मोहब्बत तेरी शान है मेरी ,
    होके जुदा तुझसे कहाँ रह पाउँगा ,
    तू तो आखिर जान है मेरी !!

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