|नि० सं०|28 अगस्त 2014|
हमेशा नए और सुधारवादी प्रयोग के लिए चर्चित बिहार
में पुलिस के आईजी अरविन्द पाण्डेय ने अब बिहार के सभी पुलिस अधिकारियों को नई
फिल्म ‘मर्दानी’ देखने की सलाह दी है और इसमें
सीनियर इन्स्पेक्टर (रानी मुखर्जी) के द्वारा मानव व्यापार के गिरोह को ध्वस्त
करने में प्रयुक्त रणनीतियों का अनुकरण करने की सलाह पुलिस को दी है.
अपराध
अनुसंधान विभाग बिहार के पत्रांक 168/गो० दिनांक 26.08 2014 के द्वारा पुलिस
महानिरीक्षक, कमजोर वर्ग अरविन्द पाण्डेय ने बिहार के सभी वरीय पुलिस अधीक्षक, रेल
सहित सभी पुलिस अधीक्षक, सभी समादेष्टा, बिहार सैन्य पुलिस को परामर्श दिया है कि
मानव व्यापार के बिंदु पर अपनी दक्षता बढाने के लिए सभी पुलिस पदाधिकारियों और
थानाध्यक्षों को ‘मर्दानी’ फिल्म दिखाने का प्रबंध करें.
श्री
पाण्डेय ने कहा है कि मानव व्यापार अपराध की एक विश्वव्यापी समस्या बन चुकी है, और
इस अपराध के निवारण के लिए पुलिस अधिकारियों को अतिशय समर्पण एवं निष्ठा के
साथ-साथ भावुकतापूर्ण मन:स्थिति से किन्तु विवेक और दक्षता का सर्वोच्च स्तर बनाये
रखते हुए कार्यवाही करना अपेक्षित है.
अब
देखना यह है कि ‘मर्दानी’ देखकर बिहार पुलिस अपराध
नियंत्रण में कितनी मर्दानगी दिखा पाते हैं, या फिर अपराध में शामिल पार्टी से 'फरिया' लेने का सिलसिला यूं ही बिहार में चलता रहेगा?
रानी मुखर्जी की ‘मर्दानी’ देखकर क्या मर्दानगी दिखा पायेंगे बिहार पुलिस?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 28, 2014
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