लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ? (भाग-2): ‘मैं उसे सजा दिलाना चाहती हूँ ताकि वह दुबारा किसी और लड़की के साथ धोखा न कर सके...’

उसने तोड़ डाले
मेरे गुलिस्तां के सारे फूल
कांटे ही शेष रह गए हैं अब,
जानती हूँ मैं.

जिन्दा रहूँ तो कैसे
उनकी बेवफाई के बाद
मर जाना अब उनकी याद में है,
जानती हूँ मैं.

       पश्चिमी सभ्यता के अंधाधुंध अनुकरण ने जहाँ पुरानी सारी सामजिक मान्यताओं को तार-तार कर दिया है वहीं कई लड़के-लड़कियां अपने बनते कैरियर को दाँव पर लगाकर पश्चिमी सभ्यता के अंधानुकरण के चक्कर में उस मोड़ पर पहुँच जाते हैं, जहाँ उन्हें मिलता है अथाह दर्द और फिर उनकी समझ में नहीं आता है कि आखिर अब करें तो क्या करें.
      नेहा ने पहली बातचीत में ही हमसे सीधा कहा कि अभिषेक ने सिर्फ मेरे साथ ही नहीं बल्कि कई लड़कियों के साथ धोखा किया है. मैं उसके साथ आगे अब सम्बन्ध की पुनर्वापसी नहीं चाहती, मैं अब सिर्फ यह चाहती हूँ कि उसे सजा मिले, क्यों किया उसने मेरे साथ ऐसा ? मेरे यह कहने पर कि अब सुप्रीम कोर्ट के भी कई फैसले आ चुके हैं और यदि तुम खुल कर सामने आ जाती हो तो अभिषेक को जेल भेजा सकता है. नेहा अभिषेक को सजा दिलाने के लिए न सिर्फ सामने आने के लिए तैयार होती है बल्कि वो मेडिकल टेस्ट कराने समेत कई अन्य सबूत भी उपलब्ध कराने को तैयार हो जाती है जो यह दर्शाने के लिए काफी होंगे कि नेहा के साथ अभिषेक ने सम्बन्ध बनाये थे. नेहा उसे सजा दिलाने के लिए अब हमारी मदद से कोर्ट और पुलिस में भी जाने को तैयार हो जाती है.
      अब हमारी समस्या थोड़ी बढ़ी हुई लगती है. एक तरफ एक ऐसी लड़की है जिसका उभरता कैरियर उसके सामने है वह अपने कैरियर और जिंदगी को दाँव पर लगाना चाहती है, क्योंकि जब एक लड़की में मन में किसी ऐसे लड़के, जिसपर भरोसा करके उसने अपना सबकुछ उसे सौंप दिया हो, के प्रति नफरत का तूफ़ान उठता है तो फिर वो तूफ़ान कहाँ क्या तबाही लाएगी, कहना मुश्किल है और दूसरी तरफ नेहा का परिवार था, जिसने नेहा के लिए कितने ही सपने बुने थे. एक तरफ एक राजपूत आर्मी ऑफिसर, जो देश की इज्जत के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार रहते थे, की अपनी इज्जत दाँव पर लग सकती थी तो दूसरी तरफ मधेपुरा के एक सम्मानित यादव परिवार की भी इज्जत की धज्जियाँ उड़ने वाली थी. पूरा मामला अभी सिर्फ एक जिम्मेवार ऑनलाइन अखबार के पास था और हमने इसी बीच में इतने सबूत इकट्ठे कर लिए कि हमें अब नेहा की लड़ाई को आगे ले जाने में कहीं कोई परेशानी नहीं थी. पर पूछने पर जब नेहा ने बताया कि उसने अभी तक अपने परिवार को अपनी जिंदगी के साथ हुए सबसे बड़े धोखे को नहीं बता सकी है और यदि बताती है तो उसे शायद ही परिवार का सपोर्ट मिल सकेगा, तो हमारी समस्या और बढ़ गई.
      नेहा अबतक आँख मूँद कर हमपर भरोसा करने लगी थी, चूंकि हम उसे कानूनी दाँव-पेंच के साथ ही सामजिक, नेहा के कैरियर, और उसकी आगे की जिंदगी में आशंकित परेशानियों के बारे में भी समझा चुके थे. नेहा ने हमसे ही पूछा कि मैं क्या करूं ?
हमारे पास दो रास्ते थे. पहला नेहा के साथ हुए धोखे की कहानी को अभिषेक की तस्वीर और उसके पूरे पहचान के साथ लोगों के सामने लाना और मामले को पुलिस में ले जाकर अभिषेक को सलाखों के पीछे भेजकर उसके किये की सजा दिलाना, जिसके लिए हमें एक ऑर्मी ऑफिसर को भी ये बात समझनी थी कि उसकी बेटी के साथ हुए इतने बड़े धोखे को माफ करना देश की रक्षा करने वाले बहादुर इंसान को कहीं से भी शोभा नहीं देता है, आप अपनी उस बेटी को एक नई जिंदगी दीजिए जिसे आपने गोद में खिलाने से लेकर अभी तक इतना प्यार दिया है और उसकी हर एक खुशी के लिए आप कुर्बान हो जाना चाहते थे.
पुरखों ने विवाह नाम की संस्था शायद समाज में व्याभिचार और यौन-अराजकता पर लगाम लगाने के लिए ही बनाया था और पति-पत्नी के सम्बन्ध को एक पवित्र सम्बन्ध मानते हुए पुरुषों और महिलाओं को शारीरिक सम्बन्ध बनाने की इजाजत विवाह के बाद ही दी जाती रही है.
      पर समाज बदला और नैतिकता को युवक और युवतियों ने गड्ढे में डाल दिया और बनाने लगे शादी से पहले ही शारीरिक सम्बन्ध. कैरियर बनाने की उम्र में बढते खुलापन की वजह से यौन-सुख के लिए कई लड़के बनाने लगे एक से अधिक लड़कियों के साथ सम्बन्ध और जाहिर है जब ऐसे घृणित सम्बन्ध बनेंगे तो फिर यहाँ होगा- लव, सेक्स और धोखा. (क्रमश:)

(आगे क्या हुआ? क्या नेहा अभिषेक से बदला ले सकी ? क्या मामला दो परिवारों में चला गया? पूरी कहानी में अभिषेक से धोखा खा चुकी दूसरी लड़की खुशबू ने हमें कैसे मदद किया? पढ़ें अगले भाग में. जारी है मधेपुरा टाइम्स पर लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ?)
लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ? (भाग-2): ‘मैं उसे सजा दिलाना चाहती हूँ ताकि वह दुबारा किसी और लड़की के साथ धोखा न कर सके...’ लिव-इन-रिलेशनशिप या लव, सेक्स और धोखा ? (भाग-2): ‘मैं उसे सजा दिलाना चाहती हूँ ताकि वह दुबारा किसी और लड़की के साथ धोखा न कर सके...’ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 06, 2014 Rating: 5

1 comment:

  1. Aksar Love or Sex main Girl & Boy Dhokha Kha Jate Hain.. Kahi Larke Dhoka Dete Hain Kahi Larkiya.... Magar Jo Eaisa Karta Hain Wo Khud Kahi Ke Nahi Rahte h . Kher Hosla Ab Vi Tere Jurm Ka Tujhe Saja Du Magar Hm V Kiya Chij Hain Bata Kar Nahi Dikha Kar Tuje Se Kahna Chahta Hu
    न पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है | अभी तो सफर का इरादा किया , एक तूफान आकर छू गया , न हारुगां उस तूफान से , इस तूफान के होसलें से , किसी से नही खुद से वादा किया है |

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