|मुरारी कुमार सिंह|22 जून 2014|
मधेपुरा जिले में कस्तूरबा बालिका विद्यालय की
स्थिति अत्यंत ही दयनीय है. वार्डेन और शिक्षा वभाग के पदाधिकारियों ने महात्मा
गांधी की पत्नी के नाम पर रखे इन स्कूलों को लूट खाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी
है.
      आज
बिहार राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अधिकारी ललिता जायसवाल जब मधेपुरा दौरे पर
पहुंची तो उन्होंने मधेपुरा स्थित कस्तूरबा विद्यालय का भी निरीक्षण किया.
निरीक्षण के दौरान कई चौंकाने वाली गडबडियां पाई गई जिसे देखकर उन्होंने अपनी
नाराजगी जाहिर की.
      स्कूल
में जहाँ चारों तरफ गंदगी बिखरी थी, वहीं वार्डेन अनुपस्थित थी. स्थिति यह थी कि
आज विद्यालय छुट्टी के बाद खुला था और पांच छात्राएं आज आई भी थी. पर वार्डेन
साहिबा के गायब रहने और रसोइया के भी नहीं रहने के कारण छात्राएं घर लौट गई. बेड
पर सूती चादर के बदले इस भीषण गर्मी में भी कम्बल बिछाए गए थे और छात्रों के कमरे
में मर्दों के लूंगी टंगे थे. विद्यालय के दीवार पर लिखे अधिकारियों के मोबाइल
नंबर कि जांच के लिए जब एक नंबर पर कॉल किया गया तो वह नंबर किसी और का निकला.
      पूरी
स्थिति को देखकर अधिकार संरक्षण आयोग की अधिकारी ने इस कस्तूरबा विद्यालय पर काफी
असंतोष जताया और मौके पर ही इसकी सूचना वरीय अधिकारी को दी. माना जा रहा है कि राज्य
स्तर के अधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण में पाए गए अनियमितता के बाद यहाँ के वार्डेन
पर गाज गिरनी तय है.
कस्तूरबा विद्यालय में छात्राओं के कमरे में मर्दों के लूंगी को देखकर भड़की जांच पदाधिकारी
 Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
June 22, 2014
 
        Rating:
 
        Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
June 22, 2014
 
        Rating: 
       Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
June 22, 2014
 
        Rating:
 
        Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
June 22, 2014
 
        Rating: 
 
 


 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
.jpeg) 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
No comments: