मधेपुरा में बड़ी मात्रा में अफीम की खेती का पर्दाफाश: ग्रामीणों को धोखे में रखकर होती थी खेती

|ब्रजेश सिंह|25 मार्च 2014|
जल्द ही मालामाल बनने की ख्वाहिश अक्सर लोगों को गलत काम करने को प्रेरित करती है और फिर अक्सर ऐसे लोग आबाद होने की जगह बर्बादी का मुंह देखने लगते हैं. मधेपुरा में मादक पदार्थ अफीम की बड़ी खेती का पर्दाफाश होने से पुलिस और ग्रामीण अचम्भे में हैं.

      जिले के आलमनगर थाना के बसनबाड़ा गाँव में करीब दो एकड़ खेत में अफीम की लगी फसल अब पुलिस के कब्जे में है. ग्रामीणों के अनुसार खगड़िया-मधेपुरा सीमा पर अफीम लगे इन खेतों के मालिक खगड़िया के रामनगर के चंद्रकांत सिंह के हैं और उसने पट्टे पर इन खेतों को संजय सिंह को दिया था. संजय सिंह लोगों को कहता था कि खेतों में लगी ये फसल मशरूम और सोयाबीन की है. खेती कराने के लिए संजय सिंह यूपी के मजदूरों को रखा करता था.

      ग्रामीणों को शक तब हुआ जब मजदूर शाम में बीज पर ब्लेड मारते थे और सुबह रस निकलते थे. आलमनगर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर जब इन खेतों में छापेमारी की तो कुल दो एकड़ में लगी फसल को देखकर उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा. पर खेती करने वाला संजय सिंह मौके से फरार हो गया.

      मधेपुरा एसपी ने इस बरामदगी पर कहा कि बरामद अफीम करोड़ों का हो सकता है.
मधेपुरा में बड़ी मात्रा में अफीम की खेती का पर्दाफाश: ग्रामीणों को धोखे में रखकर होती थी खेती मधेपुरा में बड़ी मात्रा में अफीम की खेती का पर्दाफाश: ग्रामीणों को धोखे में रखकर होती थी खेती Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 25, 2014 Rating: 5

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