आखिर जदयू के जिलाध्यक्ष सियाराम यादव की पत्नी और
पूर्व जिला परिषद् अध्यक्षा मीलन देवी को आज के चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ ही
गया. जिलाधिकारी की अध्यक्षता और पर्यवेक्षक की उपस्थिति में जिला समाहरणालय में
हुए चुनाव में डाले गए कुल 23 वोटों में मीलन देवी को दस वोटों से ही संतोष करना
पड़ा. जबकि विरोधी मंजू देवी को कुल बारह वोट मिले. एक
मत अवैध करार दिया गया.
मत अवैध करार दिया गया.
इसी तरह
उपाध्यक्ष के पद के लिए कराये गए वोटिंग में पूर्व उपाध्यक्ष रणवीर यादव हार गए और
जीत का सेहरा अविनाश कुमार उर्फ गोनू झा के सर बंधा. अविनाश को कुल 23 में से 11
मत प्राप्त हुए जबकि पूर्व उपाध्यक्ष रणवीर को मात्र 8. यहाँ 4 मतों को अवैध घोषित
किया गया.
जीत के
बाद नई जिला परिषद् अध्यक्षा मंजू देवी ने मधेपुरा की जनता को धन्यवाद देते हुए
कहा कि उन्हें पार्टी, दल, जात और धर्म से ऊपर उठकर वोट देने के लिए वे सभी
सदस्यों की शुक्रगुजार हैं.
जबकि
पूर्व जिला परिषद् अध्यक्षा की ओर से कहा गया कि उनके साथ 12 सदस्य थे. वोटिंग में
कुछ गडबड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
यहाँ हम
अपने पाठकों को फिर से याद दिला दें कि गत 28 नवंबर को जिला परिषद् के अध्यक्ष और
उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का आवेदन दिया गया था जिसपर 16 दिसंबर
को हुई वोटिंग में जिला परिषद् अध्यक्षा मीलन देवी और उपाध्यक्ष रणवीर यादव को
अपनी कुर्सी खोनी पडी थी. चुनाव आयोग के निर्देश पर सदस्यों के बीच आज हुए चुनाव
में मंजू देवी जिला परिषद् अध्यक्षा और अविनाश कुमार उपाध्यक्ष के लिए चुने गए
हैं.
मंजू देवी बनी नई जिला परिषद् अध्यक्षा: मीलन देवी हारी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 03, 2014
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