|रूद्र ना० यादव|04 दिसम्बर 2013|
मधेपुरा के नए जिलाधिकारी गोपाल मीणा के ट्रांसफार
की अफवाह इन दिनों हर एक-दो दिनों पर उठ रही है. अफवाह इतनी तगड़ी कि बहुत से लोग
अब दबी जुबान से कहने भी लगे हैं कि इसी 7 दिसंबर तक जिलाधिकारी चले जायेंगे. पर
ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा.
मधेपुरा
टाइम्स सूत्रों ने जब इस अफवाह की जड़ में जाने का प्रयास किया तो कई चौंकाने वाली
बातें सामने आई. दरअसल जहाँ ईमानदार जिलाधिकारी के रूप में चर्चित श्री मीणा के
मधेपुरा आने से आमलोगों समेत भ्रष्टाचार से पीड़ित लोगों ने राहत की सांस ली थी,
वहीँ जिले के शिक्षा माफियाओं और कालाबाजारियों की रातें करवटें बदलते कटने लगी
हैं. महीने में करोड़ों की काली कमाई करने वाले इन समाज के भ्रष्ट लोगों को ऐसा लगा
कि उनकी हराम की कमाई तो बंद होने वाली है ही, कहीं उन्हें जेल की सैर भी न करनी
पड़ जाए. और सूत्र बताते हैं कि इनलोगों ने जिलाधिकारी गोपाल मीणा को मधेपुरा से
हटाने के लिए मुख्यमंत्री तक अपनी पैरवी लगानी शुरू कर दी है. कहते हैं कि इस काम
के लिए ये कई ‘बड़े’ नेताओं को ‘हैवी चंदा’ भी देंने को तैयार हैं.
माना जा
रहा है कि शिक्षा माफियाओं की कमाई का सीजन सामने है. मतलब मैट्रिक और इंटर की
परीक्षा. और यह भी कहा जाता है कि एक सीजन में इनकी कमाई करोड़ों में चली जाती है.
फॉर्म भरवाने से लेकर झकास रिजल्ट तक की गारंटी. यही वजह है कि बिहार के कई जिलों
और पड़ोसी देश नेपाल के छात्र भी यहाँ डिग्री के लिए पहुँच जाते हैं. कमाई का यही
हाल कालाबाजारियों का भी है.
अब इन
लोगों ने अपना प्रयास ऊपर तक पहुँच दिया है तो ये अबतब में हैं कि कब जिलाधिकारी
का ट्रांसफर हो जाए और ये चैन की सांस ले सके. ट्रांसफर हुआ या नहीं, इनके लोग मीडिया
तक से पूछ डालते हैं, ताकि मीडिया के द्वारा कन्फर्मेशन के दौरान अफवाह की हवा और
तेज हो जाए. पर इन ‘गदहों’ को ये नहीं मालूम कि किसी
पदाधिकारी का ट्रांसफर अफवाह फैलाने से नहीं, सरकार के द्वारा नोटिफिकेशन से होता
है.
बहरहाल,
‘अँधेरा कायम रहेगा’ के स्लोगन में विश्वास रखने
वाले लोगों ने उम्मीद का दामन पकड़ रखा है, और यदि ‘पैसा-पॉवर-पॉलिटिक्स’ हावी हुआ तो जिले के लाखों गरीब, पीड़ित और भ्रष्टाचार से
जिले को निजात दिलाने का सपना देखने वाले लोगों के सामने फिर से अँधेरा छा जाएगा.
[News Title: Rumour about Transfer of DM Madhepura is being spread by Mafia.]
मधेपुरा में डीएम के ट्रांसफर की अफवाह फैला रहे शिक्षा माफिया !
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 04, 2013
Rating:
hounest D.M hain MEENA Saheb
ReplyDeleteईमानदारी है पर गलत फैसला से किसी की जिंदगी बर्बाद हो सकती है,मधेपुरा जिला में मैटिक या इंटर की परीक्षा में प्रथम आना कोई बडी बात नहीं, इसलिए मधेपुरा जिला में किसी भी अभ्यर्थी को मेरिट के हिसाब से नौकरी दे देनाा यहां जिलाधिकारी से मिस्टैक हो गया मानो या ना मानो
ReplyDeleteजब पहली बार सुना कि डीएम बनकर गोपाल मीणा आ रहे हैं तो मुझे बडी खुशी मिली पर मेरिट के हिसाब से नौकरी दे देना ये चूक हो गयी
क्या करना था ?
परीक्षा के बाद इन्टरव्यू के बाद पैनेल तैयार करना चाहिए था मेरे दिल से गोपाल मीना की ईमानारी के लिए सलाम क्योंकि मेरे रगरग में ईमानदारी भरा हुआ हैा इसलिए मैं रेशपेक्ट करता हू श्री मीना साहब के ईमानदारी को ा