|मुरारी कुमार सिंह|21 दिसंबर 2013|
बिना कनेक्शन के बिल या बढ़ा-चढ़ा कर बिल भेज देना बिजली विभाग की पुरानी आदतों में शुमार है. मधेपुरा प्रखंड के अर्राहा पश्चिमी
टोला के 70 घरों में रहने वाले इनदिनों परेशान हैं और इस परेशानी की वजह है बिजली
विभाग. इस टोले में 70 घरों में दलित, महादलित तथा अन्य जाति के लोग बिजली
उपभोक्ता बनने को कब से तैयार हैं. पर विभाग ने करीब दस वर्ष पूर्व पोल और तार तो
लगा दिया, पर इसे किसी ट्रांसफार्मर से नहीं जोड़ा. पर विभाग की ढिठाई तो देखिये,
इनमें से कई लोगों को उपभोक्ता मानकर समय समय पर बिल भी भेज देती है.
विभाग के खिलाफ ग्रामीणों ने वर्ष
2005 में उपभोक्ता फोरम में मुकदमा भी किया. 14 सितम्बर 2006 को उपभोक्ता फोरम
मधेपुरा द्वारा बिजली विभाग को एक महीने के अंदर बिजली का लाभ इस टोले को देने का
आदेश दिया गया, पर न्यायालय का आदेश ताक पर. न तो मधेपुरा के बिजली विभाग ने अबतक
इस टोले को बिजली का लाभ ही दिया और न ही गलत बिल वापस ही किया. अब यहाँ के लोगों
ने इस बात की शिकायत कार्यपालक अभियंता, उर्जा मंत्री समेत मुख्यमंत्री के पास भी
किया है. पर देखना है कि कब इनलोगों को अँधेरे से निजात मिल सकेगी.
बिजली विभाग की करतूत: बिना बिजली के भेज रहा बिल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 22, 2013
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