मधेपुरा में ‘नमक आंदोलन’: अफवाह से मची अफरातफरी

|राजीव रंजन|आरिफ आलम|14 नवंबर 2013|
जिले में नमक की कीमत बढ़ने की अफवाह ने जहाँ नामसझ लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया वहीँ जिला प्रशासन को स्थिति नियंत्रण में लाने में कड़ी मशक्कत करनी पद गई. हुआ यूं कि आज दिन में ये अफवाह पूरे कोशी क्षेत्र में जोर पकड़ने लगी कि नमक की कीमत अचानक 500/- रू० किलो तक होने वाली है. बस क्या था बाहर सारे लोगों ने नमक का स्टॉक घर में करने के लिए दुकानों पर भीड़ बढ़ा दी. कालाबाजारियों के लिए सुनहरा मौका खुद-ब-खुद आ गया और वे 100/- रू० से 150/- रू० प्रति किलो की दर से नमक बेचना प्रारम्भ कर दिए. कुछ कालाबाजारियों ने तो इसी दौरान नमक का स्टॉक भी करने लगे. किसी की सायकिल पर नमक का बोरा था तो कोई हाथ में ही पांच-दस पैकेट उठा कर घर ले जा रहे थे. कुछ घंटे के लिए तो मानो मधेपुरा में नमक आंदोलन छिड़ गया था.
      मधेपुरा जिला प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तो प्रशासन के अधिकारी हरकत में आ गए. मधेपुरा जिला मुख्यालय में सदर एसडीओ बिमल कुमार सिंह ने मार्केट में जाकर इसकी जांच की और लोगों को समझाया कि ये महज एक अफवाह है और लोग इस तरह की अफवाह पर ध्यान न दें. उन्होंने खुद की लाउडस्पीकर की मदद से आम लोगों को बताया कि नमक की कीमत नहीं बढ़ेगी. साथ ही उन्होंने कालाबाजारियों और अधिक दर पर नमक बेचने वालों पर भी कठोर कार्यवाही करने की बात कही, तब जाकर शाम तक स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सका.
      उधर चौसा में जब नमक की कीमत 150/- रू० हो जाने की अफवाह उठी तो वहां भी नमक खरीदने वालों की लाइन लग गई. लोग अधिक से अधिक नमक का स्टॉक घर में करने लगे. बाद में थानाध्यक्ष तरुण कुमार तरूनेश और अंचलाधिकारी शहादुल हक ने जब मार्केट में लाउडस्पीकर से इस घटना को अफवाह बताया तब जाकर लोग शांत हुए.
      कुल मिलाकर मधेपुरा दो बार नमक के चलते चर्चा में आ गया. पहला जब वर्ष 1930 में महात्मा गांधी ने नमक क़ानून के विरोध में प्रसिद्ध दांडी यात्रा निकाली थी तो मधेपुरा का सुखासन गाँव भी नमक सत्याग्रह को विशेष समर्थन देने के कारण सुर्ख़ियों में आया था. पर आज का नमक आंदोलन या तो कुछ कालाबाजारियों की चाल हो सकती है या फिर किसी उचक्के ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया. जो भी हो, आवश्यकता है इन बातों की गहराई से जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की, नहीं तो कभी कोई ऐसी अफवाह भी फैलाई जा सकती है जिसके चलते समाज को बहुत कुछ खोना पड़ सकता है.
[News Title: Salt rumour gripped koshi including Madhepura]
[Key words: Rise in price of Salt, Madhepura Administration, Rumour Monger]
मधेपुरा में ‘नमक आंदोलन’: अफवाह से मची अफरातफरी मधेपुरा में ‘नमक आंदोलन’: अफवाह से मची अफरातफरी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 14, 2013 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.