|दिलीप राज| 02 नवंबर 2013|
पूर्णिया के कसबा से चौबीस अक्टूबर को तीन नाबालिग लड़कियां एक साथ गायब हो गयी थीं, जिसकी गुमशुदगी कि रिपोर्ट परिजनो ने कसबा थाना में दर्ज करवाया था. मगर पुलिस के तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो पायी थी. वो तो मधेपुरा के कुमारखंड में इन लड़कियों को एक थियेटर में नाच गाने कि नुमाईश के दरम्यान मानव व्यापार विरोधी समिति को पता लग गया, और समिति ने पुलिस की मदद से थियेटर में छापामारी करवायी और इन लड़कियों को छुड़ाया गया. वर्ना इसकी जानकारी भी नहीं मिलती. पुलिस ने थियटर के मालिक पर जब दबिश बनायी, तब उसने लालचंद नमक व्यक्ति के नाम का खुलासा किया. लालचंद जो मानव व्यापार में संलिप्त है, उसी से पूरी हकीकत से पर्दा उठाया. लालचंद की बहन पूनम जो इन लड़कियो का पड़ोसी है, बहला फुसला कर कसबा से अगवा कर लालचंद को सौपा था, लालचंद ने लड़कियों को कटिहार में बेचा. फिर वहाँ से इन लड़कियों का सौदा मुरलीगंज के लिए तय हुआ. कटिहार से मुरलीगंज ले जाने का काम पूनम ने ही किया था. मुरलीगंज से इन लड़कियों को मधेपुरा के कुमारखंड भेजा गया जहां पर इन लड़कियों को एक थियेटर में नाच गाने की नुमाईश के लिए बाध्य किया जाता था. अगवा हुई इन लड़कियों कि उम्र महज दस से बारह वर्ष के बीच है.
मानव तस्कर के दलदल से ये मासूम लड़कियां कभी बाहर नहीं निकल पातीं यदि पूर्णिया मानव व्यापार विरोधी समिति के बिक्रम कुमार सक्रीय भूमिका नहीं निभाते। बिक्रम कुमार को इनका सुराग मिला और इन्होने जानकारी पूर्णिया पुलिस कप्तान से साझा कि फिर पुलिस कप्तान किम ने पूर्णिया से एक टीम गठित करके मधेपुरा भेजी तब जाकर इन लड़कियों को सही सलामत वापस लाया गया. इस सम्बन्ध में पूर्णिया कप्तान ने बताया है कि सीमांचल में मानव व्यापार गिरोह सक्रिय है जिसकी पड़ताल की जा रही है तथा जल्द ही बड़े गिरोह का पर्दाफास होगा.
इस मामले में आरोपी पूनम, इसके भाई लालचंद और एक अन्य शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस के सामने चुनौती है उस गिरोह के पर्दाफाश की जो सीमांचल में मानव व्यापार को अंजाम देते है. ये तो सिर्फ एक नमूना है, और ना जाने कितनी लड़कियां इनका शिकार हो चुकी हैं.
[Web Title: Human traffiking detected: Girls recovered]
मानव तस्कर के दलदल से ये मासूम लड़कियां कभी बाहर नहीं निकल पातीं यदि पूर्णिया मानव व्यापार विरोधी समिति के बिक्रम कुमार सक्रीय भूमिका नहीं निभाते। बिक्रम कुमार को इनका सुराग मिला और इन्होने जानकारी पूर्णिया पुलिस कप्तान से साझा कि फिर पुलिस कप्तान किम ने पूर्णिया से एक टीम गठित करके मधेपुरा भेजी तब जाकर इन लड़कियों को सही सलामत वापस लाया गया. इस सम्बन्ध में पूर्णिया कप्तान ने बताया है कि सीमांचल में मानव व्यापार गिरोह सक्रिय है जिसकी पड़ताल की जा रही है तथा जल्द ही बड़े गिरोह का पर्दाफास होगा.
इस मामले में आरोपी पूनम, इसके भाई लालचंद और एक अन्य शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस के सामने चुनौती है उस गिरोह के पर्दाफाश की जो सीमांचल में मानव व्यापार को अंजाम देते है. ये तो सिर्फ एक नमूना है, और ना जाने कितनी लड़कियां इनका शिकार हो चुकी हैं.
[Web Title: Human traffiking detected: Girls recovered]
सीमांचल के मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफास: छुड़ाई मधेपुरा से लड़कियां
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 02, 2013
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