बेच दो राष्‍ट्रपति को

दो दिनों पूर्व मैंने हिन्‍दुस्‍तान, पटना के पेज-3 के टाप पर छपा एक विज्ञापन देखा । संदर्भ है 'राष्‍ट्रपति शिक्षा सहयोग योजना।' संभव है, कई और संस्‍करणों में यह विज्ञापन प्रकाशित हुआ हो । लाख से अधिक का ही विज्ञापन होगा। प्रथम दृष्‍टया ही मुझे लगा कि अब राष्‍ट्रपति भी बिक जायेंगे । ऐसे विज्ञापन भोले-भाले/सीधे-साधे लोगों को फांसने के लिए ही छापा जाता है । सो, जनजागृति समय रहते जरुरी है ।
     
मेरे संज्ञान में देश में एक ही राष्‍ट्रपति हैं । लेकिन जब आप इस विज्ञापन को देखेंगे, तो सहसा लगेगा कि कोई सरकारी योजना है और यह राष्‍ट्रपति की ही है । लोगो भी सरकार की भांति ही है । आगे एनजीओ को सरकारी कहकर फुसलाने की और व्‍यवस्‍था कर दी गई है । एनजीओ सरकारी कैसे हो गया, मैं समझ नहीं पा रहा । कहा जा रहा है कि राष्‍ट्रपति शिक्षा सहयोग योजना के तहत मैट्रिक से आगे की पढ़ाई के लिए छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जायेगी । आरक्षित-अनारक्षित सबों की व्‍यवस्‍था है । घोर कलयुग में इतने दरियादिल लोग कहां से अवतरित हो गये, बूझने की जरुरत है । जब सरकारें आगे पढ़ने को सबों के लिए स्‍कालरशिप की व्‍यवस्‍था नहीं कर पा रही है,तो दूसरे क्‍या करेंगे । निश्चित तौर पर खेल कुछ और ही है, जिसमें राष्‍ट्रपति के पद को भी बेचा जा रहा है ।
कुछ वर्ष पहले पटना में 'मुस्‍कान' ने कितनों को लूटा, सबों को पता है । खैर, परसों छपे विज्ञापन में संपर्क को एक नंबर भी दिया गया है । तहकीकात को आज सुबह से मैं नंबर 08010434455 पर संपर्क करने की कोशिश करता रहा, लेकिन कभी कनेक्‍ट ही नहीं हुआ । फिर मैं वेबसाइट www.sikshasahyog.com पर गया । कुछ पता नहीं चला कि मालिक कौन हैं । हां, इतना जरुर जान पाया कि खेल झारखंड से शुरु हुआ है ।


      
वेबसाइट पर दो सर्टिफिकेट अपलोड किये गये हैं । इन्‍हें देखकर मानेंगे कि राष्‍ट्रपति को बेच देना कितना आसान है । पहला लाइसेंस भारत सरकार के सहायक श्रम आयुक्‍त,जमशेदपुर ने जुलाई,13 में निर्गत किया है । लाइसेंस में पता शाप नं.-5,रोड नं.-12,जवाहर नगर, जमशेदपुर का है । उद्देश्‍य विवरणी देखकर मैं और चकित हूं । यहां मार्केटिंग का ब्‍योरा है ।
        
दूसरा लाइसेंस संस्‍था निबंधन का है, जिसे महानिरीक्षक, निबंधन, झारखंड के द्वारा निर्गत किया गया है । यहां भी राष्‍ट्रपति शब्‍द के प्रयोग पर कोई आपत्ति नहीं दर्ज की गई । आगे की पढ़ाई को छात्रवृत्ति देने का दिखावा कर रही संस्‍था का नाम भी ठीक से प्रमाण-पत्र पर नहीं लिखा है । जैसे लिखा है,लिख दे रहा हूं-'राष्‍ट्रपती शिक्‍क्षा सहयोग योजना । ' वेबसाइट में मैंने संपर्क वाले पार्ट को भी सर्च किया । हेड आफिस नई दिल्‍ली के 44, अशोक पथ में कहीं दर्शाया गया है । ब्रांच आफिस जमशेदपुर के पारडीह के आशियाना मार्केट में होने की जानकारी अंकित है । नई दिल्‍ली के आफिस का मोबाइल नंबर है, जमशेदपुर का गायब है ।
         
पूरी जानकारी से आपको भी गड़बड़झाले का संकेत मिला होगा । सब कुछ ठीक है, तो खेद सहित मैं अपनी शंकाओं के निवारण को भी तैयार हूं । मुझे ऐसा लगता है कि बेहद जरुरतमंद लोगों को लुटने से बचाने को मेनस्‍ट्रीम की मीडिया विशेषकर जमशेदपुर को संस्‍था की पूरी तहकीकात करनी चाहिए । सिर्फ विज्ञापन के लोभ में सत्‍य को छुपाया जाना ठीक नहीं होगा । सोशल मीडिया के साथी भी जांच-पता कर सकते हैं ।



ज्ञानेश्वर  वात्स्यायन, पटना
(लेखक वरिष्ठ संवाददाता हैं)
बेच दो राष्‍ट्रपति को बेच दो राष्‍ट्रपति को Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 11, 2013 Rating: 5

7 comments:

  1. सर धन्यवाद आपको की आपने तो मेरी सारी उलझन को ठीक कर दीया क्योकि
    मैने भी काफी लोगो को बताया था कि वजीफा की स्कीम चली है और 30 तारीख लास्ट तारीख है लेकिन यह मादरचोद एक दम फर्जी निकले इनकी तो माँकी

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  2. I am really amazed ... what is happening here and who are responsible for this? Mr. Rakesh Sir I am interested in this news becoz. it is informative. So I wanna put this on my website http://koshilive.in with your reference after your permission. Thank you.

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  3. Plz confirm me about your permission ..

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  4. कश्यप जी,
    लेखक और मधेपुरा टाइम्स का रेफेरेंस देकर इसे आप प्रकाशित कर सकते हैं...

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  5. Thank you. Here is the link:
    http://koshilive.in/2013/09/be-alert-from-misguiding-ad/

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  6. THANK U SIR KUCH SAMYA KE LEYE MAI BHE LALCH MAI AA GYA THA PUR APKE REPORT DEKH KER MARE AKHE KUL GYE BOY AND GRIL RAT KO 11 BAJE SYBER KEFE PER BED LGYE THE TO MANE BHE SOCHA MAI ISKA SUCH TO GANU KYA HAI

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  7. thank you sir for saving my time and my sleep,,,,, one of my friend told me about this, i said to him - thats gud i will try to fill this form tonight,,,,, but when i read your article i am feeling happy, i opened your article first insted of sikshasahyog.com,,,,,,,, thnku so much

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