पांच वर्षों से ट्रेन को देखने को तरस गई मुरलीगंज
के लोगों की आँखों को कब सुकून मिलेगा कुछ निश्चित कहा नहीं जा सकता.
बता दें
कि गत 24 अप्रैल को कई दिनों से मुरलीगंज रेलवे स्टेशन पर आमरण अनशन पर बैठे चारों अनशनकारियों को
मधेपुरा के प्रभारी जिला पदाधिकारी मोहन राम, निर्माण विभाग के उप मुख्य अभियंता आलोक झा तथा रेल मंडल समस्तीपुर
के उप मुख्य अभियंता सौरभ मिश्रा ने जूस पिलाकर उनका अनशन तुड़वाया था.
अनशन
एक लिखित समझौता के बाद टूटा था जिसके अनुसार निर्माण विभाग के उप मुख्य
अभियंता आलोक झा ने प्रभारी डीएम तथा रेल मंडल समस्तीपुर के उप मुख्य अभियंता के
समक्ष कहा था कि विगत पांच वर्षों में क्या हुआ इसकी जवाबदेही मुझपर न दी जाय. पर
चूंकि रेल प्रारम्भ का काम निर्माण विभाग द्वारा किया जाता है और मैं विभाग के उप
मुख्य अभियंता की हैसियत से आप सबों को आश्वासन देता हूँ कि आगामी 15 अगस्त 2013
से मधेपुरा-बनमनखी रेल पथ पर ट्रेन दौड़ेगी.
पर
15 अगस्त का डेडलाइन समाप्त हो चुका है, और बाढ़ प्रभावित मुरलीगंज और आसपास के
इलाके के लोग अब तक ट्रेन नहीं देख पाए हैं.
निर्माण विभाग के उप मुख्य
अभियंता आलोक झा ने मुरलीगंज आकर ट्रैक तथा अन्य प्रगति का निरीक्षण किया.
मधेपुरा टाइम्स से बात करते आलोक झा ने बताया कि यार्ड के कैम्पिंग का काम अंतिम
चरण में है. सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) का समय जल्द मिलने की उम्मीद है. हम
पूरे प्रयास में हैं कि मधेपुरा-बनमनखी के बीच रेल परिचालन जल्द से जल्द शुरू हो.
बता दें कि वर्ष
2008 के कुसहा त्रासदी में इस इलाके में रेल परिचालन बंद होने के बाद से अब तक
यहाँ के लोगों को ट्रेन सुविधा नहीं मिल पाई है.
रेल अधिकारी ने किया मधेपुरा-बनमनखी रेल परिचालन का निरीक्षण
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 24, 2013
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