आजादी के जश्न के बीच एक हत्या: खूनी खेल की आशंका


 |बिहारीगंज से दिव्य प्रकाश की रिपोर्ट|15 अगस्त 2013|
बात छोटी थी, पर ऐसी बढ़ी कि जिसने भी सुना रोंगटे खड़े हो गए. लोगों का अनुमान है कि बिहारीगंज थानाक्षेत्र के पकिलपार में आज सुबह हुई इस हत्या में मृतक माधव सहनी के शरीर में कई गोलियाँ उतारी गई.

      घटना का कारण बच्चों के बीच की लड़ाई बताया जाता है. पकिलपार के ही माधव सहनी के भाई पंकज सहनी के पुत्र करण और मालिक यादव के पुत्र मुन्ना के बीच स्कूल में ही झंडोत्तोलन के दौरान झगड़ा हो गया था. पकिलपार में आसपास रहने वाले दोनों बच्चे प्राथमिक विद्यालय पकिलपार में चौथी और पांचवीं कक्षा में पढ़ते थे.

      स्कूल से आने के बाद जब करण ने झगड़े की बात घर में बताई तो पिता पंकज सहनी और चाचा माधव सहनी मालिक यादव के घर उसके पुत्र मुन्ना की शिकायत करने गए. बात बढ़ गई और दोनों पक्षों में पहले मारपीट हुई. बताते हैं कि उसके बाद दोनों तरफ से हथियार निकाले गए और गोलियाँ चलने लगी. मालिक यादव और उसके लोगों ने माधव सहनी और पंकज सहनी को उसके घर तक खदेड़ दिया तो दोनों घर के अंदर से ही गोलियाँ चलाने लगे. पर जब घर के अंदर से गोलियां चलनी बंद हो गई तो मालिक यादव और उसके लोग यह समझकर कि माधव के पास गोलियाँ खत्म हो गई है, उसके घर घुस गए और फिर माधव को निकाल कर उसके बदन को गोलियों से छलनी कर दिया.

बताया यह भी जाता है कि मृतक माधव सहनी अपराधी चरित्र का व्यक्ति था और उसपर मधेपुरा और पूर्णियां जिले में कई मामले दर्ज थे. इस दौरान एक अन्य व्यक्ति रिंकू शर्मा का पैर भी बुरी तरह से कुचल दिया गया है.

      पुलिस ने घटनास्थल पर से 14 राउंड खोखा तथा एक जिन्दा कारतूस बरामद किया है और इस जघन्य हत्याकांड में मालिक यादव समेत 17 लोगों को नामजद किया गया है. घटना के बाद से इलाका दहशत में है और मृतक के परिवार में जहाँ मातम छाया हुआ है वहीं नजदीकी लोगों का मानना है कि खूनी संघर्ष और भी बढ़ सकता है क्योंकि माधव सहनी एक अपराधी और दबंग प्रवृत्ति का आदमी था.
आजादी के जश्न के बीच एक हत्या: खूनी खेल की आशंका आजादी के जश्न के बीच एक हत्या: खूनी खेल की आशंका  Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 15, 2013 Rating: 5

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