|दिलीप राज की रिपोर्ट|28 अगस्त 2013|
पूर्णिया में भी एक मलाला है जिसका परिवार अशिक्षा को दूर करना चाहता
है और यहाँ तालिबान भी है जो ऐसा होने देना नहीं चाहता है. लड़की के पिता ने गाँव
में स्कूल के लिए जमीन दी है जिसका खामियाजा पूरे परिवार को
भुगतना पर रहा है. लड़की के साथ छेड़खानी की जाती है और अगवा करने की धमकी भी दी जाती है.
सोलह साल की पूनम पूर्णिया जिले के बनमनखी में दसवीं की छात्र है. पूनम वक्त निकाल
कर स्थानीय बच्चों को भी पढ़ाती है. शिक्षा का महत्व न सिर्फ पूनम समझती है बल्कि इसके पिता योगेन्द्र शर्मा भी बखूबी समझते हैं. इसलिए जब गाँव में
स्कूल बनने की बात सामने आयी और जमीन नहीं मिल रही थी पूनम के
पिता ने स्कूल के लिए अपनी जमीन दान में दे दी. यह बात यहाँ के
दबंगों को नहीं भायी. पहले तो गाँव में मुखिया और वार्ड सदस्य ने स्कूल नहीं बनवाने
की धमकी दी लेकिन जब पूनम के पिता पीछे नहीं हटे तो इनसे पचास हजार रूपये
रंगदारी की मांग की जाने लगी.
पूनम के परिवार वालों ने इन दबंगों को पैसे
नहीं दिए लेकिन इसका खामियाजा पूनम और इसके भाई विजय को भुगतनी पर रही है.
स्कूल आते जाते पूनम के साथ अश्लील हरकतें की जाती है. इतना ही नहीं पूनम को
अगवा कर लेने की धमकी भी दी जाती है.
वहीँ पूनम के भाई विजय के साथ ये दबंग मारपीट
भी करते हैं.
स्थानीय जनप्रतिनिधियों
से अपेक्षा की जाती है कि शिक्षा का उजाला फ़ैलाने
वालों को इस तरह के काम में वे सहयोग करें. लेकिन पूर्णिया के बनमनखी के शर्मा टोला में ठीक इसके अलग हो रहा है.
इस मामले पर पूर्णिया एस.पी किम ने बताया --" इस सन्दर्भ में
मामला दर्ज किया गया है.
आरोपी वार्ड सदस्य के खिलाफ जांच चल रही है और यदि
आरोप सही पाया जाता है तो गिरफ़्तारी की जायेगी."
गाँव के कहीं दूर उस इलाके में जहाँ लोग
शिक्षित नहीं है वहां पूनम की यह कोशिश न तो पाकिस्तान के स्वात घाटी में शिक्षा का उजाला फ़ैलाने वाले
मलाला से कम है और ना ही इसका विरोध ही तालिबानी करतूत से कम है. ये लोग जानते हैं कि यदि लोग शिक्षित हो गए
तो इनकी सत्ता चली जायेगी.
अब पूनम की यह कोशिश कितनी रंग लाती है यह देखने
वाली बात होगी.
अश्लील हरकतों की शिकार हो रही पूर्णियां की मलाला
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 28, 2013
Rating:

राज
ReplyDeleteअच्छी रिपोर्ट है लिखते रहो ।
दिलीप भैया आप मधेपुरा टाइम्स में भी लिखते है
ReplyDeleteअच्छी रिपोर्ट है